एजेंसियां/न्यूज डेस्क (आदर्श शुक्ला): Russia Ukraine War: यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की (President Volodymyr Zelensky) ने बीते शुक्रवार (17 फरवरी) को पश्चिम जंगी ताकतों से गुज़ारिश की है कि वो तेजी से हथियारों की सप्लाई बनाये रखें क्योंकि रूसी हमला जल्द ही दूसरे साल की ओर बढ़ रहा है। वीडियो लिंक के जरिये म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित करते हुए, ज़ेलेंस्की ने कहा कि उनका मुल्क इस साल मास्को की आक्रामकता के पतन को सुनिश्चित कर सकता है, जब तक कि उसे जरूरी हथियार हासिल ना हो जाये।
ज़ेलेंस्की ने कहा कि, “हमें रफ्तार की दरकार है – हमारे समझौतों की रफ्तार, हमारे डिस्ट्रीब्यूशन की रफ्तार … रूसी क्षमता को सीमित करने के फैसलों की रफ्तार। हमें सब कुछ करना होगा ताकि हम साल के आखिर से पहले रूसी आक्रामकता के पतन को पूरा कर सकें। ये मुमकिन है, ये जरूरी है लेकिन ये संभव है अगर यूक्रेन को जरूरी हथियार तुरन्त मुहैया करवाये जाये। यही वजह है कि हमारी कूटनीतिक मैराथन बिना रुके चल रही है”
अमेरिकी दौरे का जिक्र करते हुए ज़ेलेंस्की ने कहा कि, “बीते दिसंबर में वाशिंगटन (Washington) की मेरी यात्रा के बाद यूक्रेन की मदद के लिये ‘टैंक गठबंधन’ बनाया गया है, लंबी दूरी की मिसाइलों की सप्लाई पर प्रतिबंध हटाया जा रहा है, हमारे तोपखाने को मजबूत करने की जंगी कवायदें तेज की जा रही है। दुनिया पहले ही सुन चुकी है कि ये कितना अहम है। दुनिया के कई देश यूक्रेन की मदद के लिये विमानन गठबंधन बना रहे है ताकि हम अपने सुरक्षा व्यवस्था और ज्यादा चाक चौबंद कर सके।”
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने ये भी कहा कि वो संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में यूक्रेन की ओर से घोषित पहलों के लिये समर्थन को मजबूत करना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि, “अगले हफ्ते हम एक अहम प्रस्ताव पेश करेंगे और आज मैंने कॉमनवेल्थ कैरेबियन के नेताओं के सामने इसके मुख्य विचार पेश किये। यूक्रेन की विदेश नीति हमेशा उन सभी के लिये सम्मान की बुनियाद पर टिकी हुई है, जो अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को तव्ज़जों देते हैं।”
ज़ेलेंस्की ने उन मुल्कों और लोगों को धन्यवाद दिया जिन्होनें यूक्रेन के अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को स्थिर करने के प्रयासों का समर्थन किया और यूक्रेन के लिये यूरोपीय संघ (EU) में शामिल होने की अपनी महत्वाकांक्षाओं को दोहराया।
रविवार (19 फरवरी 2023) तक चलने वाले म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में यूक्रेन जंग अहम मसलों में से एक रही।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन (President Emmanuel Macron), जो कि सम्मेलन का हिस्सा थे, सहयोगी दलों के आह्वान में शामिल हुए। उन्होनें यूक्रेन के लिए समर्थन को तेज करने और अपने बलों को जवाबी हमला शुरू करने में मदद देने के लिये कहा। मैक्रोन ने कहा, “ये बातचीत का वक्त नहीं है क्योंकि हमारे पास रूस है जिसने जंग को चुना है, जिसने जंग को तेज करने के लिये चुना है, जिसने युद्ध अपराध करने और नागरिक बुनियादी ढांचे पर हमला करने का फैसला किया है।”
इस बीच जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ (German Chancellor Olaf Scholz) ने जोर देकर कहा कि बर्लिन (Berlin) का समर्थन आखिर तक रहने के लिये डिज़ाइन किया गया था, और सहयोगियों से यूक्रेन को वादा किये गये भारी टैंकों की डिलीवरी में तेजी लाने की भी गुज़ारिश की।