Russia-Ukraine war: जंगी आग में झुलसने वाला है मोल्दोवा, ट्रांसनिस्ट्रिया इलाके में आ सकती है भारी अस्थिरता

एजेंसियां/न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध (Russia-Ukraine war) अब अपने दूसरे साल की ओर आगे बढ़ रहा है, दोनों युद्धग्रस्त देश अपनी अर्थव्यवस्था और अंतर्राष्ट्रीय दबाव पर पड़ने वाले प्रभावों से निपट रहे हैं। इस युद्ध के बीच मोल्दोवा (Moldova) नाम का एक छोटा सा सीमावर्ती देश पीड़ित है, जो कि ट्रांसनिस्ट्रिया (Transnistria) के इलाके का घर है। मोल्दोवा एक छोटा सा देश है जो कि यूक्रेन के साथ सीमा साझा करता है और मौजूदा हालातों में वो रूस के खिलाफ संघर्ष में शामिल है। ये छोटा राष्ट्र भी यूरोपीय संघ में सदस्यता की मांग कर रहा है और युद्ध के बीच में रूस के निशाने पर आ गया है।

ट्रांसनिस्ट्रिया मोल्दोवा के अंदर एक छोटा सा टूटा हुआ इलाका है, लेकिन इस देश के अंदर परस्पर विरोधी विचारधारायें हैं, जो कि रूस-यूक्रेन युद्ध में देश की भागीदारी को और अधिक जटिल बना रही हैं। यहां आपको मोल्दोवा और ट्रांसनिस्ट्रिया के बारे में जानने की जरूरत है।

मोल्दोवा एक छोटा सा मुल्क है, जो कि यूक्रेन और रोमानिया (Romania) के साथ सीमा साझा करता है। ये यूरोप के सबसे गरीब देशों में से एक है और ये फिलहाल रूस-यूक्रेन जंग के असर के बीच यूरोपीय संघ में सदस्यता की मांग कर रहा है।

ट्रांसनिस्ट्रिया मोल्दोवा में एक टूटा हुआ इलाका है और इसे आधिकारिक तौर पर प्रिडनेस्ट्रोवियन मोल्डावियन गणराज्य (Pridnestrovian Moldavian Republic) के नाम से जाना जाता है। जबकि ट्रांसनिस्ट्रिया मोल्दोवा की विचारधारा से जुड़ा हुआ नहीं है, इसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश के एक हिस्से के तौर पर मान्यता हासिल है।

मोल्दोवा और ट्रांसनिस्ट्रिया से जुड़ा विवाद ये है कि मोल्दोवा यूक्रेन के साथ सहानुभूति रखता है और जंग में रूस के कारनामों की खुले तौर पर निंदा करता है, ट्रांसनिस्ट्रिया एक ऐसा इलाका है जिसमें मजबूत रूसी रिश्ते हैं और बड़े पैमाने पर ये रूसी सेना की ओर से समर्थित क्षेत्र है।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ट्रांसनिस्ट्रिया मोल्दोवा का एक हिस्सा है, लेकिन इसकी विचारधारा रूसी है क्योंकि ये ज्यादातर रूसी समर्थक अलगाववादियों की ओर से चलाया जाता है। रूस की ट्रांसनिस्ट्रिया में रुचि रही है क्योंकि इस इलाके में उनका नियंत्रण मोल्दोवा को यूक्रेन की ओर अपनी सीमाओं तक पूरी तरह से पहुंचने से रोक सकता है।

रूसी सैनिकों की मौजूदगी ने अब मोल्दोवन सरकार को चिंतित कर दिया है क्योंकि उन्हें लगता है कि उनका छोटा मुल्क रूसी हमले का अगला टारगेट हो सकता है, खासतौर से जंग के बीच में यूक्रेन के साथ इसकी सहानुभूति की वज़ह से ये क्रेमलिन (Kremlin) के जंगी निशाने पर आ सकता है।

मोल्दोवा की आबादी सिर्फ 2.6 मिलियन है, जिसमें सिर्फ 6000 सैन्य टुकड़ियाँ हैं, जिसका रूसी सेना के सामने वजूद ना के बराबर है। इससे अब दोनों मुल्कों के बीच तनातनी काफी बढ़ गयी है, जिसमें ट्रांसनिस्ट्रिया झगड़े में अहम वज़ह बन गया है।

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