न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): Russia Ukraine War: अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन (National Security Advisor Jake Sullivan) ने बीते रविवार (25 सितम्बर 2022) को कहा कि यूक्रेन (Ukraine) के खिलाफ रूसी परमाणु हथियारों का इस्तेमाल होने के हालातों में अमेरिका निर्णायक तौर पर जवाब देगा और उन्होनें मास्को (Moscow) को इसके “विनाशकारी नतीज़ों” के बारे में बताया है।
सुलिवन के बयानों ने पिछले बुधवार (21 सितम्बर 2022) को व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) की परमाणु हथियार की चेतावनी के बाद अमेरिकी प्रतिक्रिया की अगुवाई की। उस कथित बयान में रूसी राष्ट्रपति ने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से अपने देश में पहली युद्धकालीन सैन्य लामबंदी का भा ऐलान किया।
सुलिवन ने एनबीसी के “मीट द प्रेस” कार्यक्रम में कहा कि, “अगर रूस इस सीमा को पार करता है, तो रूस के लिये विनाशकारी नतीज़े सामने आ सकते है, जिस पर संयुक्त राज्य अमेरिका निर्णायक प्रतिक्रिया देगा।”
अपनी बात को प्लान्ड तरीके से आगे बढ़ाते हुए सुलिवन ने कहा कि हमने अपने स्ट्रैटजिक रिस्पांस के बारे में रूस को बता दिया है। संयुक्त राज्य अमेरिका ने निजी तौर पर मास्को को बेहद खुलकर बताया है कि इस राह पर आगे चलकर वो किन हालातों को पैदा करने जा रहा है। सुलिवन ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका रूस के साथ लगातार और सीधे संपर्क में रहा है, जिसमें बीते कुछ दिनों के दौरान यूक्रेन के हालातों और पुतिन के कामों से पैदा होने वाले खतरों पर चर्चा करना भी शामिल रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन (US President Joe Biden) ने बुधवार को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक भाषण में पुतिन पर परमाणु अप्रसार जिम्मेदारियों से हाथ पीछे खिंचने और यूरोप के खिलाफ साफ और सीधे परमाणु खतरे पैदा करने का आरोप लगाया।
रूस भी चार पूर्वी यूक्रेनी इलाके में जनमत संग्रह की तैयारियों में लगा हुआ है, फरवरी में शुरू किये गये यूक्रेन पर हमले के बाद रूसी सेना के कब़्जे के बाद इसे दूसरी सामरिक कवायद के तौर पर देखा जा रहा है। यूक्रेन और उसके सहयोगियों ने जनमत संग्रह को युद्ध को बढ़ाने और हाल ही में जंगी मैदान में हार के बाद पुतिन की लामबंदी मुहिम को सही ठहराने के लिये दिखावा और मुखौटा कार्रवाई बताया।
रूस में लुहान्स्क, डोनेट्स्क, खेरसॉन और ज़ापोरिज़्ज़िया (Kherson and Zaporizhzhya) के इलाकों को शामिल करके मास्को जनमत की कार्रवाई को तुरूप के इक्के के तौर पर देखा रहा है, जिसे यूक्रेन और उसके पश्चिमी सहयोगियों के लिये बड़ी चेतावनी माना जा रहा है।
जंग के मैदान में झटके झेलने के बाद पुतिन 300,000 रिजर्व सैनिकों को जुटा रहे हैं, जबकि रूस अपनी हिफाजत के लिये सभी मौजूदा विकल्पों को जमीन पर उतरने की धमकी दे चुका है। पुतिन ने विश्व मंच पर परमाणु हथियारों के संभावित इस्तेमाल खतरनाक बयान जारी किया, जिसमें उन्होनें कहा कि “ये झांसा नहीं है।”
सुलिवन ने रविवार को कहा: “पुतिन लगातार अपने इरादो पर कायम है … यूक्रेन के लोगों का सफाया करने के लिये। उन्हें विश्वास इस बात का विश्वास नहीं है कि यूक्रनियों को भी वजूद कायम रखने का हक है। इसलिये वो आते रहेंगे, इसी वज़ह से हमें भी हथियार, गोला-बारूद, खुफिया जानकारियों समेत अपने सभी सहयोगियों के साथ आगे आते रहना होगा। जो हमें मदद मुहैया करवा सके”