एजेंसियां/न्यूज डेस्क (प्रियंवदा गोप): Russia Ukraine War: यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने आज (19 अप्रैल 2022) ऐलान किया कि “रूसी सैनिकों ने डोनबास के लिये जंगी मोर्चा खोल दिया है”। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि रूसी सैनिक डोनबास (Donbass) हमले के लिये “लंबे समय से तैयारी” कर रहे थे। पुतिन की सेना ने साल 2014 में यूक्रेन से क्रीमिया पर कब्जा कर लिया था, तब से रूस समर्थक अलगाववादी पूर्वी इलाके में कम ताकत वाले युद्धों में यूक्रेन की सेना से लगातार लड़ रहे थे।
ज़ेलेंस्की (President Volodymyr Zelensky) ने जोर देकर कहा कि “चाहे कितने भी रूसी सैनिक यहां लाये जायें, हम लड़ेंगे। हम अपनी हिफाजत करेंगे।”
लुगांस्क (Lugansk) के गवर्नर ने कहा कि रूस ने “भारी तादाद में सैन्य हार्डवेयर” के साथ पूर्वी इलाके में घुसपैठ की, क्योंकि यूक्रेन की सेना नयी तैनाती के साथ पीछे हटकर बेहद अलग किस्म की रणनीतिक पोजिशन में आ गयी है।
राष्ट्रपति पुतिन ने बीते 24 फरवरी को “विशेष सैन्य अभियान” की ऐलान किया था क्योंकि उनकी सेना ने यूक्रेन के खिलाफ हमला शुरू किया था। हालांकि यूक्रेन की सेना ने लगभग दो महीने तक रूसी सेना के खिलाफ भयंकर प्रतिरोध बनाए रखा हुआ है, ज़्यादातर इलाकों में रूस की भारी सैन्य शक्ति पर यूक्रेनी सेना (Ukrainian Army) भारी पड़ती दिख रही है।
यूक्रेन ने रूसी हमले की आशंका में डोनबास से नागरिकों को निकाल लिया था, जबकि पुतिन की सेना ने मारियुपोल (Mariupol) की ओर अपना दबाव जारी रखा हुआ है, जिसे कथित तौर पर घेर लिया गया है।
रूस ने बीते रविवार (17 अप्रैल 2022) को यूक्रेन की सेना को आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया था, हालांकि ज़ेलेंस्की की सेना ने आखिर तक लड़ने की कसम खाकर इस पेशकश को खारिज कर दिया।
रूस ने सोमवार (18 अप्रैल 2022) को यूक्रेन पर हमले तेज कर दिये और प्रमुख शहरों को निशाना बनाते हुए लवीव शहर को मिसाइलों से निशाना बनाया। क्रेमलिन ने कहा कि लवीव की गयी स्ट्राइक का मकसद गोला बारूद डिपो का उड़ाना था, जहां यूक्रेन ने अमेरिका और यूरोप द्वारा भेजे गये हथियारों को साफतौर पर इकट्ठा किया था।
इस बीच पेंटागन (Pentagon) ने कहा कि 80 करोड़ डॉलर वाली हथियारों की खेप यूक्रेन को पहुंचाने के लिये तैयार है क्योंकि रूस डोनबास में बड़े हमले को अंजाम देने की तैयारी कर रहा है।