एजेंसियां/नई दिल्ली (शाश्वत अहीर): Russia-Ukraine War: यूक्रेन रूसी सेना को मजबूती से जवाब दे रहा है। यूक्रेन ने साफ कर दिया है कि रूस के साथ उसकी आक्रामकता को लेकर बातचीत के दौरान वो किसी भी तरह के दबाव के आगे नहीं झुकेगा। साथ ही कीव ने परमाणु बलों को हाई अलर्ट पर रखने के रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आदेश की भी निंदा की है। यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा (Ukraine’s Foreign Minister Dmitro Kuleba) ने कहा कि देश की एक इंच भी जमीन रूस को नहीं दी जायेगी। कुलेबा ने वर्चुअल ब्रॉडकास्ट प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि “हम आत्मसमर्पण नहीं करेंगे, हम अपने इलाके का एक इंच भी नहीं छोड़ेंगे।”
अब घटी ये अहम घटनायें
- यूक्रेन ने कहा कि वो रूस के साथ बेलारूसी सीमा पर बिना शर्त बातचीत करेगा क्योंकि मास्को ने बातचीत शुरू होने से पहले कीव की सेना को हथियार डालने के लिये कहा था। इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा था कि उनका देश बेलारूस (Belarus) के अलावा कहीं भी बातचीत करने को तैयार है।
- इसी बीच यूक्रेन पर हमले के चौथे दिन रूस ने यूक्रेन के कई शहरों पर बमबारी की। रूस ने यूक्रेन पर अपने हमले तेज कर दिये हैं और यूक्रेन जिस तरह से युद्ध में रूस को जवाब दे रहा है उससे दुनिया भर में सदमे की लहर देखी जा रही है।
- यूक्रेन की सेना ने रूसी सैनिकों का मुकाबला किया और परेशान देश ने दावा किया कि उसने रूसी सेना को भारी नुकसान पहुंचाया। रूसी सैनिकों के पूर्वोत्तर शहर में घुसने के कुछ घंटों बाद यूक्रेनी सेना (Ukrainian army) ने देश के दूसरे सबसे बड़े शहर खार्किव पूरी तरह अपने कब़्जे में ले लिया। पूरा शहर मशीन गन फायरिंग और धमाकों से थर्राता रहा।
- कनाडा के साथ साथ कई पूर्वी यूरोपीय देश ने पश्चिमी हिस्से के हवाई इलाके में लगभग पूरी तरह से रूस की नाकाबंदी कर दी है। ऑस्ट्रिया, एस्टोनिया, बुल्गारिया, फ्रांस, चेक गणराज्य, लातविया, इटली, लिथुआनिया (Lithuania), स्लोवेनिया, जर्मनी, पोलैंड, रोमानिया, फिनलैंड, बेल्जियम, माल्टा, लक्जमबर्ग (Luxembourg), डेनमार्क और स्वीडन (Sweden) समेत यूरोपीय संघ के सदस्यों ने रूसी एयरलाइनों के लिये अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है। या ऐसा करने का ऐलान किया है। यूनाइटेड किंगडम, जो अब यूरोपीय संघ का हिस्सा नहीं है, ने आइसलैंड के साथ-साथ यूक्रेन के समर्थन के लिये रूसी उड़ानों पर प्रतिबंध लगाने और अपनी पश्चिम की ओर जाने वाली उड़ानों द्वारा लिये गये हवाई रूट्स को सीमित करने के लिये गंभीरता से विचार कर रहा है।
- अब स्वीडन यूक्रेन को टैंक रोधी हथियार, हेलमेट और बॉडी आर्मर समेत दूसरी सैन्य मदद भेजेगा, प्रधानमंत्री मैग्डेलेना एंडरसन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि, “स्वीडन अब यूक्रेन के सशस्त्र बलों के लिये सीधे समर्थन का प्रस्ताव कर रहा है। इसमें 135,000 फील्ड राशन, 5,000 हेलमेट, 5,000 बॉडी शील्ड और 5,000 एंटी टैंक हथियार शामिल हैं।”
- बुल्गारियाई सरकार द्वारा यूक्रेन को मानवीय और सैन्य रसद सहायता भेजने का फैसला लेने के बाद बुल्गारिया (Bulgaria) यूरोपीय संघ और नाटो की उन 25 मुल्कों की फेहरिस्त में शामिल हो गया, जो सीधेतौर पर मदद कर रहे है। इससे पहले रोमानिया की सरकार ने कहा कि वो यूक्रेन को 30 लाख यूरो (34 लाख अमेरिकी डॉलर) का ईंधन, गोला-बारूद और भोजन भेजेगी।
- संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (United Nations Security Council) ने आज होने वाले 193 सदस्यीय महासभा के दुर्लभ आपात विशेष सत्र का आह्वान किया है। प्रस्ताव को 11 मतों के साथ पारित किया गया। भारत, चीन और यूएई ने इसमें हिस्सा नहीं लिया, जबकि रूस ने प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया। 1950 के बाद से महासभा का ये केवल 11वां ऐसा आपातकालीन सत्र होगा।
- तुर्की जलडमरूमध्य (Turkish Strait) की सरकार ने बोस्पोरस और डार्डानेल्स के जरिये युद्धपोतों के पारित होने के संबंध में मॉन्ट्रो कन्वेंशन के प्रावधानों को लागू करेगा। तुर्की विदेश मंत्री मेवलुत कावुसोग्लू (Turkish Foreign Minister Mevlut Cavusoglu) ने इस मामले पर कहा कि यूक्रेन में हालात ‘जंग’ के तौर पर लागू होने की वज़ह से इसका कार्यान्वयन पारदर्शी तरीके से होगा। 1936 का ये सम्मेलन तुर्की को अपने जलडमरूमध्य पर नियंत्रण देता है और नौसैनिक जंगी बेड़ो में उसके अधिकार वाले में इलाके में आने-जाने की मंजूरी देता है। तुर्की युद्ध के समय में या जब उसे आक्रमण से खतरा था, सभी विदेशी युद्धपोतों के लिये जलडमरूमध्य को बंद करने के लिये अधिकृत है।
- यूक्रेन संकट पर बीते रविवार (27 फरवरी 2022) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उच्च स्तरीय बैठक की। विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने शीर्ष सरकारी अधिकारियों के साथ बैठक में भाग लिया। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद बड़ी तादाद में भारतीय, जिनमें ज्यादातर छात्र हैं, यूक्रेन में फंसे हुए हैं। भारत ने उन्हें निकालना शुरू कर दिया है और शनिवार से अब तक 900 से ज्यादा लोगों को वापस भारत लाया जा चुका है।
- रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) ने यूक्रेन पर अपने हमला को लेकर पश्चिमी मुल्कों के साथ तनाव के बीच रूसी परमाणु निवारक बलों (Russian Nuclear Deterrent Forces) को हाई अलर्ट पर रखने का आदेश दिया है। पुतिन ने रूसी रक्षा मंत्री और सेना के जनरल स्टाफ प्रमुख को परमाणु निवारक बलों को खास फरमान जारी किये।