Russia Ukraine War: वलोडिमिर ज़ेलेंस्की का बड़ा खुलासा, कीव के ओब्लास्ट में मिली 900 लाशें

एजेंसियां/न्यूज डेस्क (ताराना बोस): Russia Ukraine War: यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा है कि कीव ओब्लास्ट में अलग-अलग जगहों पर 900 लाशों के साथ सामूहिक कब्र मिली। यूक्रेन के द कीव इंडिपेंडेंट (द कीव इंडिपेंडेंट) ने इससे पहले यूक्रेनी राष्ट्रपति के हवाले से कहा कि- कीव ओब्लास्ट में 900 लोगों के साथ एक सामूहिक कब्र मिली। लेकिन उसके बाद द कीव इंडिपेंडेंट ने अपनी खब़र में संशोधन करते हुए कहा कि- ज़ेलेंस्की कीव ओब्लास्ट में अलग-अलग सामूहिक कब्रों (Mass Graves) में पायी गयी लाशों की तादाद का जिक्र कर रहे थे।

द कीव इंडिपेंडेंट ने बताया कि, “रूसी सैनिकों ने इलाले में सैकड़ों यूक्रेनी नागरिकों की हत्या की।” बीते शुक्रवार (29 अप्रैल 2022) को द कीव इंडिपेंडेंट ने बताया कि तीन रूसी मिसाइलों ने कीव के ओब्लास्ट में धमाका किया। कीव ओब्लास्ट सैन्य प्रशासन के प्रमुख ऑलेक्ज़ेंडर पावल्युक (Alexander Pavlyuk) ने कहा कि मिसाइलों ने कीव ओब्लास्ट में फास्टिव शहर के पास अज्ञात बुनियादी ढांचे वाली साइटों को निशाना बनाया। ।

इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (United Nations Secretary-General Antonio Guterres) ने यूक्रेन के बोरोड्यांका (Borodyanka) की अपनी यात्रा के दौरान चल रही जंगी को बेतुकापन बताया और कहा कि वो ऐसी कल्पना कर रहे है कि तबाह हुए कमरों में से किसी एक में अपने परिवार के साथ रह रहे है। ऐसे में कैसा महसूस होता है, वो ये अच्छी तरह से समझ सकते है। ओसीएचए (मानवतावादी मामलों के समन्वय के लिये संयुक्त राष्ट्र कार्यालय) ने गुटेरेस के हवाले से कहा कि, “मैं देख रहा हूं कि मेरी पोतियां दहशत में भाग रही हैं, परिवार का एक हिस्सा आखिर में मारा गया। इसलिये 21वीं सदी में जंग अपने आप बेतुकापन है। युद्ध बुरा है।” संयुक्त राष्ट्र प्रमुख बीते बुधवार (27 अप्रैल 2022) को मास्को के दौरे के बाद यूक्रेन पहुंचे।

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने ट्विटर पर कहा कि वो यूक्रेन को मानवीय सहायता का विस्तार करने के लिये अपनी कवायदों पर काम करना जारी रखेंगे और जंगी इलाकों से नागरिकों को सुरक्षित निकलेगें की कोशिशें लगातार जारी रहेगी। बता दे कि बीती 24 फरवरी से मास्को ने कीव खिलाफ जंगी मोर्चा खोल रखा है, जिसे वो स्पेशल ऑप्रेशन का नाम दे रहा है। पश्चिमी ताकतों ने इसे बेवज़ह जंग करार दिया है। नतीजन नाटो (NATO) की अगुवाई वाले कई पश्चिमी मुल्कों ने रूस पर कई गंभीर प्रतिबंध लगाये।

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