एजेंसियां/न्यूज डेस्क (गंधर्विका वत्स): रूस (Russia) ने कथित तौर यूक्रेन (Ukraine) पर ताकतवर मिसाइलों का इस्तेमाल किया। जिसमें हाइपरसोनिक मिसाइलें भी शामिल हैं। यूक्रेन भर में नये हमलों की एक लहर में बीते गुरुवार (9 मार्च 203) सुबह बड़े पैमाने पर हमले के दौरान यूक्रेन के अलग अलग इलाकों के बुनियादी ढांचे पर 81 मिसाइलों का इस्तेमाल किया। इन हमलों में रूस ने अपनी मशहूर किंजल मिसाइल का इस्तेमाल किया। हमले को लेकर यूक्रेनी सेना ने कहा कि कीव की हवाई सुरक्षा इन हमलों से बचने की ताकत रखती है।
मामले को लेकर यूक्रेन के वायु सेना कमान के प्रवक्ता यूरी इहनाट (Spokesperson Yuri Ihnat) ने गुरुवार को यूक्रेनी टेलीविजन पर कहा कि- “हमला असल में बड़े पैमाने पर किया गया है और पहली बार हमले में क्रेमलिन (Kremlin) ने इस तरह अलग अलग तरह की मिसाइलों का इस्तेमाल किया। हम देखा कि इस बार छह किंजल मिसाइलों (Kinjal Missiles) का इस्तेमाल किया गया। ये ऐसा हमला है जिसे मैंने पहले कभी नहीं देखा था”।
इस दौरान यूक्रेनी सेना ने दावा किया कि उन्होनें 34 क्रूज मिसाइलों और चार ईरानी शहीद ड्रोन को हमला करने से पहले ही हवा में नाकाम कर दिया। इसी मुद्दे पर प्रवक्ता यूरी इहनाट ने कहा कि- “अब तक हमारे पास इन हथियारों का सामना करने की कोई क्षमता नहीं है। इस हमले में मॉस्को (Moscow) ने मिसाइलों के घातक मिश्रण के बीच छह एक्स-22 एयर-लॉन्च क्रूज मिसाइलें भी लॉन्च की हैं, ये सोवियत दौर की लंबी दूरी की हवाई सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल (Supersonic Cruise Missile) है।”
राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की (President Volodymyr Zelensky) ने गुरुवार (9 मार्च 203) को जारी अपने फेसबुक संदेश में इसे मुश्किल रात बताया था क्योंकि यूक्रेनी सेना रूस के ताजातरीन हमलों को रोकने के लिये भारी संघर्ष कर रही थी। ज़ेलेंस्की ने कहा कि- “दुश्मन ने फिर से यूक्रेनियन को डराने की कोशिश में 81 मिसाइलें दागी, वो फिर से दयनीय रणनीति पर लौट आये। कब्जा करने वाले सिर्फ नागरिकों को आतंकित कर सकते हैं। वो इतना ही कर सकते हैं। लेकिन ये कवायद उनकी मदद नहीं करेगी। उन्होंने जो कुछ भी किया है, उसके लिये वे जिम्मेदारी से नहीं बचेंगे”।
उन्होंने आगे कहा कि- “हवाई हमले में 10 इलाकों को निशाना बनाया गया था, जिसमें निप्रो, ओडेसा, खार्किव और ज़ापोरिज़्ज़िया (Kharkiv and Zaporizhia) शामिल थे, इन हमलों ने अहम बुनियादी ढांचों और रिहायशी इमारतों को निशाना बनाया।”
बाद में रूस के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेंकोव (Spokesman Igor Konashenkov) ने हमले में हाइपरसोनिक मिसाइलों के इस्तेमाल की पुष्टि की।