एजेंसियां/न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग में एक रूसी मिसाइल पोलैंड (Poland) के पूर्वी हिस्से में गिरी, जिसमें दो नागरिकों की मौत हो गयी। मामले की गंभीरता को देखचे हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन (US President Joe Biden) को इंडोनेशिया (Indonesia) में जी-7 और नाटो सदस्यों की एक आपात बैठक बुलानी पड़ी। रूस-यूक्रेन युद्ध की शुरुआत के बाद से ये पहली बार है जब किसी रूसी हथियार ने नाटो देश पर हमला किया है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की (President Volodymyr Zelensky) ने इस कथित हमले को जंग का अगला हिस्सा बताया है। बता दे कि उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) दुनिया का सबसे ताकतवर सैन्य गठबंधन है, जिसमें किसी भी सदस्य देश पर हमला पूरे गठबंधन पर हमला माना जाता है। इस बीच पोलैंड के प्रधान मंत्री माटुस्ज़ मोरवीकी (Poland’s Prime Minister Mateusz Morawiecki) ने कहा कि सरकार मिसाइल हमले की जांच कर रही है।
पोलिश सरकार के मुताबिक गिरी मिसाइल रूसी है लेकिन वो इस बात का फिलहाल पता नहीं लगा पाये है कि इसे किसने और क्यों दागा। हालांकि पौलेंड ने ये साफ नहीं किया है कि हमला जानबूझकर किया गया या ये टारगेटिड एरर था। साथ ही ये कयास लगाये जा रहे है कि ये मिसाइल यूक्रेनी मिसाइल डिफेंस प्रणाली की ओर से डायवर्ट की गयी हो, इस वज़ह से ये लॉन्च पोलैंड में हुआ हो।
बता दे कि रूसी सेना यूक्रेन में अपने ठिकानों पर यूक्रेन के हालिया हमलों को रोकने के लिये लगातार संघर्ष कर रही है। इस बीच रूस ने इन खबरों को खारिज किया है कि मिसाइल उनकी थी। एक बयान में रूसी पक्ष ने कहा कि रूस का पौलेंड में गिरी मिसाइलों से कोई लेना-देना नहीं है। इसी मुद्दे पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जी7 और नाटो की आपात बैठक की अध्यक्षता की।
अन्तर्राष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बिडेन सो रहे थे जब उनके स्टाफ ने उन्हें जगाया और पोलैंड में धमाके की खबर दी। अमेरिकी राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा (President Andrzej Duda) के साथ बात की और पूरी तरह अमेरिकी समर्थन का वादा किया। उन्होंने नाटो के लिये संयुक्त राज्य अमेरिका की आयरनक्लाड प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की।
फिलहाल पोलिश अधिकारी अभी तक इस बात को लेकर साफ नहीं हैं कि मिसाइल स्ट्राइक जानबूझकर की गयी या फिर ये गैरइरातन हमला था। वे फिलहाल मिसाइल स्ट्राइक को लेकर जांच कर रहे हैं, पोलिश अधिकारियों ने मिसाइल की ट्रेजेक्ट्री (Missile Trajectory) का रूटमैप भी तैयार किया है।