रूसी Su-27 ने मार गिराया अमेरिकी ड्रोन एमक्यू-9 रीपर, दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर

एजेंसियां/न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): रूसी रक्षा मंत्रालय ने बीते मंगलवार (14 मार्च 2023) को कहा कि काला सागर (Black Sea) के ऊपर उड़ रहे एक अमेरिकी ड्रोन का पता चलने के बाद उसने लड़ाकू विमानों ने मार गिराया। हालाँकि वाशिंगटन (Washington) ने समुद्र में ड्रोन के दुर्घटनाग्रस्त होने के आरोपों का खंडन किया। मामले पर अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि- “तेज युद्धाभ्यास के नतीज़न एमक्यू-9 रीपर मानव रहित ड्रोन (MQ-9 Reaper Unmanned Drone) अनियंत्रित होकर पानी की सतह से टकरा गया। ड्रोन ने रूसी लड़ाकू विमानों पर अपने ऑन-बोर्ड हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया, घटना से पहले यूएवी के साथ कोई संपर्क हो पा रहा था।”

अमेरिकी विदेश विभाग ने मामले पर कहा कि काला सागर के ऊपर मंगलवार को अमेरिकी ड्रोन के रूसी युद्धक विमान से टकराने के बाद विरोध करने के लिये संयुक्त राज्य अमेरिका ने रूसी राजदूत को तलब किया। प्रवक्ता नेड प्राइस (Spokesman Ned Price) ने मीडिया से कहा कि, “हम इस असुरक्षित, गैरपेशेवराना टक्कराहट पर अपनी कड़ी आपत्ति जताने के लिये फिर से वरिष्ठ स्तर पर रूसियों के साथ सीधे बातचीत कर रहे हैं, जिसकी वज़ह से मानवरहित अमेरिकी विमान को मार गिराया गया।”

अमेरिकी अधिकारियों ने मंगलवार दोपहर विदेश विभाग में रूसी राजदूत को तलब किया और मॉस्को (Moscow) में अमेरिकी राजदूत की ओर से कड़ी आपत्ति दर्ज करवायी गई। प्राइस ने कहा कि ये घटना अंतरराष्ट्रीय कानून का साफतौर पर उल्लंघन है। अमेरिकी ड्रोन का क्रैश ऐसे वक्त में हुआ है, जब यूक्रेन (Ukraine) पर रूसी हमले के कारण दोनों मुल्कों के बीच तनाव चरम पर है।

अमेरिकी सेना ने कहा कि काला सागर के ऊपर अमेरिकी ड्रोन पर रूसी Su-27 लड़ाकू जेट की ओर से हमला किया गया था। पहले अमेरिकी ड्रोन पर एविएशन फ्यूल डाला गया, जिससे ड्रोन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। व्हाइट हाउस ने कहा कि दुर्घटना रूस के लापरवाह रवैये की वज़ह से हुई।

पेंटागन (Pentagon) ने खुलासा किया कि अमेरिकी सेना को अपने MQ-9 रीपर सर्विलांस ड्रोन को क्रैश करने के लिये मजबूर होना पड़ा क्योंकि ये रूसी जेट की ओर से मारे जाने के बाद बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था।

मामले पर ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर (Brigadier General Pat Ryder) ने कहा कि, “क्षति के कारण हम अनिवार्य रूप से काला सागर में दुर्घटनाग्रस्त होने की स्थिति में थे, क्षति के बाद ड्रोन को जोड़ना करीब करीब नामुमिकन था।”

राइडर ने आगे कहा कि दुर्घटनाग्रस्त ड्रोन को रूस ने बरामद नहीं किया। दूसरी ओर पेंटागन ने कहा कि ड्रोन के प्रोपेलर को रूसी Su-27 जेट्स में से एक ने टक्कर मार दी थी, जिससे ये नाकाम हो गया।

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