न्यूज डेस्क (देवांगना प्रजापति): हाल ही में सहारनपुर जिला पुलिस (Saharanpur District Police) ने कत्ल की वारदात पर फौरी कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के भीतर मामले की सभी पर्तों को खोल दिया। हत्या की ये वारदात बीते बुधवार (13 अप्रैल 2022) को हुई थी। देवेन्द्र कुमार पुत्र सतपाल सिंह निवासी मौहल्ला कायस्तान (Mohalla Kayastan) ने थाना रामपुर मनिहारन (Rampur Maniharan) में लिखित तहरीर दायर कर पुलिस को बताया कि उनके भतीजा के बेटे बिल्लू उर्फ जितेन्द्र को अज्ञात लोगों ने मदरलैण्ड स्कूल के पास दिल्ली रोड पर गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने हासिल हुई तहरीर पर तुरन्त कार्रवाई करते हुए धारा 302 के तहत छानबीन शुरू कर दी।
मामले को सुलझाने के लिये SSP आकाश तोमर ने जांच पड़ताल की बागडोर प्रभारी निरीक्षक थाना रामपुर मनिहारन विशाल श्रीवास्तव (Vishal Srivastava) को सौंप दी। पुख़्ता सबूत की बुनियाद पर पुलिस ने तीन हत्यारोपियों वैभव, हिमांशु और लक्ष्य भारती को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने इनके पास से हत्या में इस्तेमाल बाइक, स्कूटी, कारतूस और अवैध तमंचा भी बरामद किया।
पुलिस ने तीनों से जब सख़्त पूछताछ की तो तीनों ने अपने इकबालियां बयान में जुर्म में अपना हाथ होने की बात कबूल कर ली। पूछताछ में सामने आया कि बीते सोमवार (11 अप्रैल 2022) को लक्ष्य ने देवराज के बैग की तनी इंटरवल मे तोड़ दी। जिसके बाद मृतक देवराज (Deceased Devraj) और लक्ष्य भारती के बीच काफी कहासुनी हुई। जिससे दोनों की आपस में कहासुनी और मारपीट हो गयी। इस बात को लक्ष्य भारती ने अपने भाई हिमांशु और अपने दोस्त वैभव को बताया, जो कि मदरलैण्ड स्कूल में ही पढ़ते है। देवराज ने इस बात को पड़ोसी वंश जो कि कक्षा 10 में गोचर इंटर कालेज कस्बा रामपुर मनिहारन में पढ़ता था को बतायी, फिर वैभव और वंश की इंस्टाग्राम पर आपस में एक दूसरे को देख लेने की बात हुई।
लक्ष्य भारती, हिमांशु और वैभव की प्लानिंग कर स्कूल बैग में तमंचा लेकर स्कूल पहुँचे। स्कूल की छुट्टी होने से पहले हिमांशु स्कूटी से स्कूल के बाहर पुलिया पर आ गया, जब स्कूल की छुट्टी हो गयी तो उसी वक्त वंश भी स्कूल के बाहर पुलिया पर पहुँचा। वैभव और लक्ष्य भारती स्कूल की छुट्टी होने के बाद जैसे ही मेन रोड पर पुलिया के पास आये तो वंश पुलिया पर खड़ा हुआ था। दोनों मे कहासुनी और हाथापाई हुई तभी हिमांशु और लक्ष्य ने वंश के दोनों हाथ पकड़ लिये। वैभव ने अपने बैग मे से तमंचा निकालकर वंश की गर्दन मे गोली मार दी। वैभव और लक्ष्य इसके बाद स्कूटी के मदद से फरार हो गये।