न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): सहारनपुर पुलिस (Saharanpur Police) को हाल ही में बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। इसके तहत क्राइम ब्रान्च और थाना सरसावा की ज़्वॉइंट पुलिस टीम ने एक ऐसे अन्तर्राज्जीय गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो कि सरकारी तेल पाइपलाईन में सेंध लगाकर खुले बाज़ार में बेचता था। इसी साल जनवरी और सितंबर महीने के दौरान थाना सरसावा में दो बार इस मामले से जुड़ी शिकायत दर्ज करवायी गयी। जिसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहारनपुर आकाश तोमर (Senior Superintendent of Police Saharanpur Akash Tomar) और क्षेत्राधिकारी नकुड की देखरेख में विशेष टीम का गठन किया गया ताकि मामले की तह तक पहुंचा जा सके।
ज़्वॉइंट पुलिस टीम (Joint Police Team) ने मोर्चा संभालते ही संभावित लोगों की निशानदेही करते हुए दबिश की कवायद को तेजी से आगे बढ़ाया। इस क्रम में पुलिस टीम ने शुभम, संदीप, गुरमीत, अजय, भूपेन्द्र, शुभम, अजीत और उदित कुमार को सबूतों के बुनियाद पर हिरासत में ले लिया। पकड़े गये अभियुक्त सहारनपुर, बागपत, शामली और हरिद्वार के निवासी बताये जा रहे है। पुलिसिया सूत्रों के मुताबिक इन सभी को पकड़ने के लिये पुलिस ने कादगगढ़ गांव के जंगल में जाल बिछाया था। जिसके बाद आमने सामने की मुठभेड़ में इन सभी को धरदबोचा गया। इस दौरान गिरोह के तीन सदस्य सोनित, पीतम और विनित पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिये वक़्त रहते फरार हो गये।
अपने इकबालिया बयान में अभियुक्त संदीप ने सरकारी तेल चुराने की बात को माना। साथ ही उसने पुलिस को बताया कि गिरोह ने उत्तराखण्ड में थाना गागलहेडी इलाके तहत भी इसी तरह सरकारी तेल पाइपलाइन (Oil Pipeline) से तेल चुराया था। साथ ही सामने आया अभियुक्तों में शामिल उदित कुमार पेट्रोल पंप मालिक है। जिसका पेट्रोल पंप चलाने का लाइसेंस इसी साल अगस्त महीने के दौरान खत्म हो गया था। गिरोह की मिली भगत और मुजफ्फनगर सप्लाई विभाग (Muzaffarnagar Supply Department) के अधिकारी मदद से वो अपना पेट्रोल पंप अब तक चला रहा था।
अभियुक्तों की धरपकड़ के बाद हुई बरादमगी में महेन्द्रा सफेद रंग SUV 500 कार, स्विफ्ट VDI कार, लाल रंग का महेन्द्रा ट्रैक्टर, 6 ड्रमों में 1200 लीटर पेट्रोल और एक ड्रम में 200 डीजल, तेल चोरी करने वाले सभी उपकरण, 3 देशी तमन्चे और 6 ज़िन्दा कारतूस पाये गये। जांच में ये भी सामने आया शुभम, संदीप और गुरमीत उर्फ काला आदतन अपराधी प्रवृति वाले अभियुक्त है। पुलिस को इन तीनों का क्रिमिनल रिकॉर्ड (Criminal Record) भी हाथ लगा है। शुभम पॉस्को और आर्म्स एक्ट के तहत न्यायिक कार्रवाई में पहले से ही नामजद है, जबकि संदीप और गुरमीत के खिलाफ पहले से ही आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा चल रहा है।
सहारनपुर पुलिस ने पकड़े गये सभी अभियुक्तों के खिलाफ पैट्रोलियम एवं मिनरल्स पाइपलाइन्स अधिनियम (Petroleum and Minerals Pipelines Act), आईपीसी, पीपीडी एक्ट, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुँचाने से जुड़ी विभिन्न धाराओं के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस मामले में फरार तीनों अभियुक्तों की धरपकड़ के लिये जगह जगह दबिश दे रही है। इसी बड़ी कार्रवाई की कमान एसएचओ थाना सरसावा धर्मेन्द्र सिंह ने संभाली थी। धर्मेन्द्र सिंह की टीम में यूपी पुलिस की अलग अलग विंगों के कई पुलिस कर्मी शामिल थे।
मामले पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहारनपुर आकाश तोमर का बयान सामने आया है। जिसके मुताबिक इस काम को अंज़ाम देने वाले पुलिस टीम को उनकी उत्कृष्ट काम के लिये एक लाख का नकद इनाम दिया जायेगा, जिसका ऐलान एडीजी मेरठ जोन (ADG Meerut Zone) कर चुके है।