न्यूज डेस्क (प्रभास सोबती): आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र सहारनपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) आकाश तोमर ने जिले में कानून व्यवस्था को बेहतर करने के लिये अपने प्रयासों को और तेज कर दिया है। सहारनपुर काफी पहले से ही चुनावी हिंसा (Electoral Violence) का गवाह रहा है। इसी के मद्देनज़र एसएसपी ने हर मुमकिन कवायदों को अंज़ाम देकर बदमाशों को शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में जिला पुलिस ने हाल ही में अवैध हथियार की फैक्ट्री (Illegal Arms Factory) का भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई के दौरान जिला पुलिस के हत्थे जिले के दो टॉप घोषित चढ़े।
बता दे कि थाना कुतुबशेर (Thana Qutubsher) को एक अवैध हथियार फैक्ट्री की खुफ़िया जानकारी मिली। हासिल जानकारी की बुनियाद पर जिला पुलिस तुरन्त हरकत में आयी और विशेष टीम का गठन कर छापेमारी के लिये तैयारियां शुरू कर दी गयी। पुलिस टीम ने आज (19 जनवरी 2022) तड़के सुबह 4 बजे एकता कालोनी में एक खाली मकान में दबिश दी। जहां अवैध असलहा (Illegal Firearm) बनाने का काम जोरों पर चल रहा था। इस दौरान पुलिस ने मोहम्मद और आसिफ को धरदबोचा। दोनों ही जिले का नामी टॉप बदमाश है। इसी बीच मौका पाकर मामले का एक अन्य अभियुक्त टीपू मौके से फरार हो गया।
छानबीन की कार्रवाई के दौरान पुलिस ने मौके पर भारी तादाद में अवैध असलहा और हथियार बनाने का सामान ज़ब्त किया। इस सामान को तुरन्त प्रभाव से रिकॉर्ड में दर्ज कर थाना कुतुबशेर के मालाखाने में जमा करवा दिया गया। इस मामले में पुलिस ने अभियुक्तों के खिलाफ आईपीसी और आर्म्स एक्ट (IPC and Arms Act) की विभिन्न संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इसके साथ ही पुलिस खुफ़िया जानकारी की बुनियाद पर फरार अभियुक्त को पकड़ने के लिये संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। बता दे कि छापेमारी करने वाली टीम की अगुवाई प्रभारी निरीक्षक थाना कुतुबशेर पीयूष दीक्षित (Inspector-in-Charge Police Station Qutubsher Piyush Dixit) कर रहे थे।
माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Elections) से पहले ये अभियुक्त भारी तादाद में अवैध असलहा बनाकर प्रदेश के कई अन्य जिलों में सप्लाई करने वाले थे। जिससे साफतौर पर कानून व्यवस्था का माहौल बिगड़ता, लेकिन उससे पहले ही थाना कुतुबशेर के पुलिसकर्मियों ने बड़े ही पेशेवराना अंदाज़ में पुलिसिया कार्रवाई को अंज़ाम देकर किसी बड़ी वारदात को होने से रोक लिया। फिलहाल पुलिस अभियुक्त से पूछताछ के दौरान उनका नेटवर्क जानने में लगी हुई है। पकड़े गये बदमाशों ने किन-किन लोगों को अवैध हथियार मुहैया करवाये? अन्य जिलों में उनके किसी साथ संबंध है? इन बातों पर जिला पुलिस का खासा ध्यान रहेगा।