Saharanpur Police: अपराधियों पर नकेल कसने के लिये बुलायी गई हाइलेवल मीटिंग, SSP आकाश तोमर ने यूपी चुनावों के मद्देनज़र बनायी खास पुलिसिया रणनीति

न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): हाल फिलहाल में सहारनपुर जिले में ड्रग माफिया, ऑटोलिफ्टर गैंग, किडनैपर्स और स्नैचर्स गिरोह का बड़े पैमाने पर पर्दाफाश किया गया। जिले में हर अपराधिक वारदात की मॉनिटरिंग और स्क्रीनिंग का काम खुद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहारनपुर SSP आकाश तोमर (Senior Superintendent of Police Saharanpur SSP Akash Tomar) निजी तौर पर कर रहे है। उनकी खास निगरानी में बड़े अपराधियों और हिस्ट्रीशीटर्स के कारनामों को डिजिटाइलाइज़ करके क्रिमिनल्स का डेटा बैंक तैयार किया जा रहा है ताकि वक़्त रहते अपराधिक वारदात (Criminal Offense) को रोककर अपराधियों की धरपकड़ की जा सके।

Saharanpur Police High level meeting called to crack down on criminals SSP Akash Tomar issued special instructions 01

इसी क्रम में बीते वीरवार (16 दिसंबर 2021) को सहारनपुर जिला रिजर्व पुलिस लाइन ऑडिटोरियम (Saharanpur District Reserve Police Line Auditorium) में खास सेमिनार का आयोजन किया गया। इस खास कार्यक्रम में SSP तोमर समेत जिला पुलिस विभाग के आला अधिकारियों ने शिरकत की। सेमिनार के दौरान SSP तोमर ने मौके पर मौजूद तमाम थानों/शाखाओं से आये पुलिस कर्मियों की ब्रीफिंग की। इस दौरान उन्होनें तुरन्त शिकायतों के निपटारे, घोषित अपराधियों की धरपकड़ और तस्करों पर लगाम लगाने के लिये ज़्यादा से ज़्यादा वाज़िब गिरफ्तारियां करने के फरमान जारी किये।

इसके साथ ही इस सेमिनार आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों (Uttar Pradesh Assembly Elections) के मद्देनज़र विभागीय तैयारियों (Departmental Preparedness) के ड्राफ्ट पर भी गहन चर्चा की गयी ताकि विधानसभा चुनावों के दौरान कानून व्यवस्था की स्थिति को कायम रखा जा सके। इसे देखते हुए आदेश जारी हुए कि धारा 107/116 द0प्र0सं0 के तहत एहतियाती कवायद (Preventive Action) के तहत शस्त्र लाइसेंस धारकों का वेरिफिकेशन और आबंटित असलहा सौ फीसदी पुलिसिया निगरानी ने रखने के आदेश जिला पुलिस विभाग को दिये गये।

इसके साथ ही सेमिनार में तय किया गया कि जिले के संभ्रांत व्यक्तियों के साथ बैठक आयोजित की जाये ताकि उनकी मदद आगामी चुनाव को शांतिपूर्वक संपन्न हो सके। इसके साथ ही सहारनपुर पुलिस (Saharanpur Police) ने तय किया गया कि संदिग्ध गतिविधियों के बारे में पुलिस को सूचना देने के संबंध में सिविल सोसाइटी (Civil Society) की मदद ली जाये। इसके साथ ही इस कार्यक्रम में विभिन्न थानों और शाखाओं से आये पुलिस कर्मियों की समस्याओं पर गौर करते हुए उनका ऑन द स्पॉट निपटारा भी किया गया।

बता दे कि इस सेमिनार में पुलिस अधीक्षक, ग्रामीण/अपर पुलिस अधीक्षक, नगर/अपर पुलिस अधीक्षक, यातायात/सहायक पुलिस अधीक्षक, सर्किल ऑफिसर, जिले के सभी एसएचओ और जिले की सभी पुलिस ब्रांचों के इंचार्ज भी शामिल हुए।

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