न्यूज डेस्क (मृत्युजंय झा): दिल्ली कैबिनेट ने केंद्र के प्रस्ताव के मुताबिक विधायकों के लिये वेतन वृद्धि (Salary hiked) को मंजूरी दे दी है। इस वृद्धि के साथ दिल्ली विधायकों को अब हर महीने 30,000 रुपये तनख्वाह मिलेगी। अन्य राज्यों के मुकाबले अब तक दिल्ली के विधायकों को कम तनख्वाह मिलती थी।
दिल्ली सरकार के सूत्रों के हवाले से जानकारी सामने आयी थी कि, गृह मंत्रालय ने विधायकों के वेतन में 30,000 रुपये और भत्ते के लिए प्रस्तावित बढ़ोत्तरी को 60,000 रुपये तक सीमित (Limited) कर दिया, जो कि प्रति माह 90,000 रुपये है। दिल्ली विधायकों को मौजूदा वक़्त में 54,000 रुपये प्रति माह (12,000 रुपये और भत्ते 42,000 रुपये) मिल रहे हैं।
हालांकि इससे पहले दिल्ली सरकार ने दिल्ली के विधायकों के लिये हर महीने दो लाख दस हज़ार रूपये देने की प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। जिसमें तनख्वाह समेत हर तरह के भत्ते शामिल थे लेकिन गृह मंत्रालय ने इस प्रस्ताव को मंजूरी ने देते हुए इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया। साल 2015 के दौरान दिल्ली सरकार ने तनख्वाह बढ़ाने को लेकर दिल्ली विधानसभा (Delhi Assembly) में बिल भी पारित किया था।
दिल्ली के उपराज्यपाल ने ये कहते हुए दिल्ली सरकार को फाइल लौटा दी कि, उनके पास एलजी की आवश्यक पूर्व स्वीकृति (Required prior approval) नहीं है। जिसके बाद एक नया प्रस्ताव तैयार किया गया, जिसमें वेतन वृद्धि के लिए एलजी की मंजूरी मांगी गयी थी। एलजी ने प्रस्ताव को गृह मंत्रालय को भेज दिया, जिसमें कुल राशि को 90,000 रुपये तक सीमित किया गया था।
दिल्ली के विधायकों का वेतन (भत्तों के अलावा) पिछले 10 वर्षों से नहीं बढ़ा है। इसे पिछली बार नवंबर 2011 में बढ़ाकर 54,000 रुपये किया गया था और तब से इसे संशोधित नहीं किया गया है, हालांकि इस दौरान मुद्रास्फीति में नाटकीय रूप से बढ़ोत्तरी हुई है।
ये होगा Salary Hike का ताना बाना
दिल्ली के विधायकों की तनख्वाह और भत्ते को गृह मंत्रालय ने 90,000 रुपये प्रति माह तक सीमित कर दिया है। इसके तनख्वाह 30,000 रुपये, निर्वाचन क्षेत्र भत्ता 25,000 रुपये, सचिवीय भत्ता 15,000 रुपये, टेलीफोन भत्ता 10,000 रुपये और वाहन भत्ता 10,000 रुपये शामिल है।