न्यूज डेस्क (श्री हर्षिणी सिंधू): Bike Bot Scam: मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के साथ 44 वर्षीय संजय भाटी (Sanjay Bhati) गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड (जीआईपीएल) का संस्थापक और बाइक बॉट घोटाले का मास्टरमाइंड है। यूपी सरकार (UP Government) की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) इस घोटाले की जांच कर रही है, जिसने इस मामले में भाटी की पत्नी, दीप्ति बहल, भूदेव और बिजेंद्र सिंह हुड्डा (Bhudev and Bijender Singh Hooda) समेत तीन आरोपियों को पकड़ने के लिये 5-5 लाख रुपये के इनाम ऐलान किया।
जीआईपीएल ने इंवेस्टर्स को 62,000 रुपये प्रति बाइक के निवेश पर 9,765 रुपये मासिक रिटर्न का वादा कर लुभाया। कंपनी ने हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, आगरा और मथुरा (Agra and Mathura) समेत कई जगहों पर अपने ऑफिस खोले और 2.6 लाख लोगों को बड़ी चपत लगाते हुए 4,000 करोड़ रुपयों की ठगी की।
भाटी को जून 2019 में कोर्ट में सरेंडर करने के बाद गिरफ्तार किया गया। साल 2019 के संसदीय चुनावों में लड़ने के लिये टिकट दिये जाने के बाद उसने नवंबर 2018 में कंपनी के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बावजूद वो घोटाले का मास्टरमाइंड बना हुआ है।
जिन निवेशकों को कोई पेमेंट नहीं मिली, उन्होंने कंपनी, उसके मालिकों और निदेशकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी। विशेष कार्य बल (एसटीएफ) और स्थानीय पुलिस के साथ ईओडब्ल्यू ने घोटाले के सिलसिले में 26 लोगों को गिरफ्तार किया। जीआईपीएल में सहायक निदेशक रह चुके भूदेव के बुलंदशहर (Bulandshahr) स्थित घर को अधिकारियों ने अटैच कर दिया था।
मामले के सह-आरोपी दीप्ति के गाजियाबाद के लोनी इलाके (Loni area of Ghaziabad) में बने घर को भी अटैच कर दिया गया है। शिकायतकर्ता सुनील कुमार मीणा की ओर से फरवरी 2019 में दादरी पुलिस स्टेशन (Dadri Police Station) में बाइक बॉट संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवायी गयी, जिसके बाद मामला ईओडब्ल्यू को ट्रांसफर कर दिया गया।