न्यूज डेस्क (देवांगना प्रजापति): महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने आज (27 जून 2022) मुंबई के पात्रा चॉल मामले के पुनर्विकास के जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिये प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने पेश होने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वो संकट के समय में पार्टी के साथ रहना पसंद करते हैं और प्रवर्तन निदेशालय में पेश होने के लिये और समय मांगेंगे।
मीडिया से बातचीत करते हुए संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा कि- “मुझे पता था कि ईडी मुझे तलब करने जा रहा है, मैं घुटने नहीं टेकूंगा। बागी विधायक कुछ भी करें, मैं गुवाहाटी नहीं जाऊंगा। मैं बालासाहेब (Balasaheb) का शिव सैनिक (Shiv Sainik) हूं और मैं अपनी पार्टी के साथ रहूंगा। मैं कल प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) के सामने पेश नहीं होऊंगा। मैं ईडी के सामने पेश होने के लिये और वक़्त मांगने की दरख्वास्त रखूंगा। मैं निश्चित रूप से कुछ समय बाद जाऊंगा ईडी के सामने जाऊंगा। बालासाहेब के शिवसैनिक बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं।”
प्रवर्तन निदेशालय से सम्मन मिलने के तुरंत बाद संजय राउत ने आज आरोप लगाया कि उन्हें एक बड़ी लड़ाई लड़ने से रोकने की साजिश थी और कहा कि भले ही उनका सिर काट दिया जाये वो गुवाहाटी का रास्ता नहीं अपनायेगें। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) के एक मामले में मंगलवार (28 जून 2022) को शिवसेना नेता को पूछताछ के लिये तलब किया था। बता दे कि ईडी का ये कदम महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक संकट के बीच आया है, जहां एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की अगुवाई में शिवसेना के बागी विधायक गुवाहाटी (Guwahati) में डेरा डाले हुए हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने ये भी बताया कि ईडी ने राउत को मुंबई के पात्रा चॉल पुनर्विकास मामले (Patra Chawl Redevelopment Case) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिये बुलाया है। राउत को ईडी के जांचकर्ताओं के सामने मुंबई (Mumbai) में ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय में सुबह 11 बजे पेश होने को कहा गया है।
इस साल अप्रैल महीने में ईडी ने 11.15 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियों को भी कुर्क किया था, जिसमें शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत की पत्नी वर्षा का दादर (Dadar) वाला एक फ्लैट और अलीबाग (Alibaug) के पास किहिम में आठ भूमि पार्सल शामिल थे। ये संपत्तियां संयुक्त रूप से मालिकाना हक वाली थी, जिसमें स्वप्ना पाटकर (Swapna Patkar) भी मालिक है। बता दे कि स्वप्ना सुजीत पाटकर (Sujit Patkar) की पत्नी हैं, जो कि शिवसेना नेता संजय राउत करीबी सहयोगी माने जाते है। हैं।
ईडी ने कहा कि उसे जांच से पता चला है कि लगभग 100 करोड़ रूपये रियल एस्टेट कंपनी हाउसिंग डेवलपमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HDIL – Housing Development Infrastructure Limited) से प्रवीण राउत के खाते में ट्रांसफर किये गये थे, जिन्होंने इन फंडों का एक हिस्सा अपने करीबी सहयोगियों के अलग-अलग खातों परिवार के सदस्य और व्यावसायिक संस्थाओं के खातों में ट्रांसफर कर दिया था।
प्रवीण राउत (Praveen Raut) गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी (Guruashish Construction Infrastructure Company) में निदेशक रह चुके हैं। इस मामले में प्रवीण राउत का नाम एक और सहायक कंपनी हाउसिंग डेवलपमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल) से भी जोड़ा जा रहा है। प्रवीण राउत को पिछले दिनों महाराष्ट्र पुलिस (Maharashtra Police) की आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया था।
शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के विश्वासपात्र माने जाने वाले राउत को ईडी का समन पार्टी की आंतरिक कलह और विद्रोह की बढ़ती मुसीबत के बीच आया है।
ईडी संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत के खिलाफ 4,300 करोड़ रुपये के पीएमसी बैंक मनी लॉन्ड्रिंग (PMC Bank Money Laundering) मामले की भी जांच कर रही है, जिनसे पिछले साल केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत पूछताछ की गयी थी। मामले के एक और आरोपी प्रवीण राउत की पत्नी द्वारा कुछ अन्य लेनदेन के अलावा 55 लाख रुपये के ट्रांसफर के मामले में कथित बैंक ऋण घोटाले में उनकी भूमिका की जांच कर रही है।
पिछले साल ईडी ने इस मामले में प्रवीण राउत की 72 करोड़ रुपये की संपत्ति भी कुर्क की थी, उनसे और उनकी पत्नी माधुरी राउत (Madhuri Raut) से भी इस मामले पूछताछ की थी।
ईडी ने आरोप लगाया था कि प्रवीण राउत ने लोन की आड़ में घोटाले से जूझ बैंक से 95 करोड़ रुपये की रकम हथियायी थी। जिसमें से उन्होनें अपनी पत्नी माधुरी राउत को 1.6 करोड़ रुपये बतौर इंटरेस्ट फ्री लोन (Interest Free Loan) दिया। का भुगतान किया, माधुरी राउत ने बाद में 55 लाख रूपये वापस ट्रांसफर कर दिये थे। बताया जा रहा है कि इस रकम का भुगतान उन्होनें दो बराबर किस्तों में किया।