नई दिल्ली (निकुंजा राव): लोगों को साढ़ेसाती और ढैय्या से मुक्ति दिलवाने दाती महाराज पर शनि एक फिर से भारी होते दिख रहे है। जहां एक ओर गृहमंत्रालय (ministry of home affairs) ने सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजनों पर पूरी तरह से पाबंदी लगा रखी है। वहीं दूसरी ओर दाती महाराज ने लॉकडाउन नियमों को ताक पर रखकर पूजा कार्यक्रम आयोजित करवाया। दिल्ली के छत्तरपुर में जसोला शनिधाम मंदिर (Jasola Shanidham Temple) में उन्होनें विशेष अनुष्ठान (Special ritual) का आवाह्न किया, जिसके चलते वहाँ पर भारी तादाद में लोगों का जमावड़ा लगा। इस दौरान वहाँ पर सोशल डिस्टेसिंग और लॉकडाउन का खुलकर उल्लंघन (Social Distancing and Lockdown Violations) हुआ। दाती महाराज के कथित धार्मिक आयोजन (Religious event) के कारण कई लोग इंफेक्शन के दायरे में आ सकते है। देर रात हुए इस आयोजन के मसले पर दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने मामला दर्ज कर लिया है। इस दौरान खुद दाती महाराज उर्फ मदन लाल राजस्थानी (Dati Maharaj aka Madan Lal Rajasthani) ने फेक मास्क नहीं पहन रखा था। मंदिर परिसर ने लोग बेतरतीब तरीके से घूमते भी दिखे।
मामला का खुलासा उस वक़्त हुआ, जब कार्यक्रम से जुड़ी वीडियो और तस्वीरें सामने आये। दक्षिणी दिल्ली के डिस्ट्रिक मजिस्ट्रेट (District Magistrate of South Delhi) के मुताबिक मामलों को दिल्ली पुलिस ने दर्ज कर लिया है। डीसीपी अतुल ठाकुर (DCP Atul Thakur) खुद मामले की छानबीन में लगे हुए है। फिलहाल दाती महाराज अग्रिम जमानत (Anticipatory bail) पर चल रहे है। दो नाबालिग लड़कियों से बलात्कार करने के मामले में वो अभियुक्त (accused) है। बीते मार्च बलात्कार के एक दूसरे में मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने दाती महाराज को अग्रिम जमानत देने के मसले पर सीबीआई को ज़वाब दाखिल करने के निर्देश जारी किये थे। सीबीआई (CBI) की ओर से पूरक चार्जशीट (Supplementary charge sheet) अदालत में जमा न करने की वज़ह से मामला रूक हुआ है।
फिलहाल Lockdown 4.0 का उल्लंघन करने के मामले में दिल्ली पुलिस ने दाती महाराज के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम और महामारी एक्ट (Disaster Management Act and Epidemic Act) के खिल़ाफ मामला दर्ज किया है। दूसरी ओर जिम्मेदार नागरिक होने के नाते लोगों को भी इस तरह के आयोजन में हिस्सा लेने से बचना चाहिए था। जहां देशभर में तकरीबन सभी धार्मिक संस्थान (Religious Institution) अपनी रोजमर्रा की गतिविधियों को रोककर लोगों की मदद में लगे हुए वहीं शनिधाम मंदिर का ये रवैया बेहद गैर-जिम्मेदाराना (Irresponsible) है। साथ ही उन लोगों के खिल़ाफ भी मामला दर्ज होना चाहिए, जो लॉकडाउन की गाइडलाइन तोड़ आयोजन में शरीक हुए थे।