लाइफस्टाइलफ डेस्क (सान्वी त्रेहान): Heatwave in India: उत्तर और मध्य भारत के कुछ हिस्से भीषण गर्मी की चपेट में हैं और कई जगहों पर तापमान 49 डिग्री को छू रहा है। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि हम खुद को खासकर बच्चों को लू से बचायें। ज़्यादा तापमान से डिहाइड्रेशन (Dehydration), हीट स्ट्रोक और थकान समेत कई तरह की स्वास्थ्य समस्यायें हो सकती हैं। लू के थपेड़ों को देखते हुए कई राज्यों ने स्कूलों में जल्दी गर्मी की छुट्टियों का ऐलान कर दिया है. हालांकि जिन जगहों पर गर्मी की छुट्टियां शुरू होनी बाकी हैं, वहां खासा सावधानी बरतने की जरूरत है।
ऐसे में बच्चों को नियमित रूप से पानी पीने के लिये प्रोत्साहित करें और पीक आवर्स के दौरान उन्हें धूप में बाहर न जाने दें। ये उन्हें हीट स्ट्रोक (Heat Stroke) से बचाने के लिये सबसे अहम कदमों में से एक है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA– National Disaster Management Authority) ने बच्चों को लू से बचाने के लिये अभिभावकों और स्कूलों के लिये एडवाइजरी जारी की है।
अपनायें ये टिप्स और बचाये बच्चों को लू और गर्मी के प्रकोप से
1. स्कूली बच्चों को हमेशा अपने साथ पानी की बोतल स्कूल ले जानी चाहिये।
2. बच्चों को नियमित रूप से नींबू पानी/छाछ/नारियल पानी/ताजे फलों का रस पीना चाहिये।
3. बाहर जाते समय बच्चों को हल्के रंग के ढीले सूती कपड़े पहनने चाहिये।
4. जब बच्चे धूप में बाहर हों तो उनके सिर को टोपी और छतरी से ढकें।
5. गर्मी के दिनों में जंक फूड (Junk Food) से परहेज करें। ताजे फल, सलाद और घर का बना खाना खायें।
6. सीधे धूप से दूर रहें खासकर पीक आवर्स के दौरान दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक। ऐसे में बच्चों को बाहर खेलने से रोके।
7. चक्कर आना, जी मिचलाना, लगातार सिरदर्द, सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ होने पर बच्चों को डॉक्टर के पास ले जायें।