न्यूज डेस्क (समरजीत अधिकारी): भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने बीते बुधवार (23 जून 2021) को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक के दौरान लश्कर-ए-तैयब्बा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे पाकिस्तानी आतंकी समूहों के खिलाफ एक “कार्य योजना” का प्रस्ताव दिया है। एससीओ फ्रेमवर्क के तहत इन आतंकी समूहों पर की जाने वाली कार्रवाई का प्रस्ताव दिया गया है।
लश्कर और जेईएम भारत में कई आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार रहा है, खासकर जम्मू और कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश में। पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी ISI के समर्थन से बनाया गया JeM पुलवामा आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार था जिसमें 40 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे।
खास बात ये है कि इस बैठक के दौरान पाकिस्तानी एनएसए मोईद यूसुफ (Pakistani NSA Moeed Yusuf) भी शामिल थे। भारत ने संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों को पूरी तरह अमली जामा पहनाने और संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी व्यक्तियों/संस्थाओं के खिलाफ लक्षित प्रतिबंधों का भी आह्वान किया।
पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र में सूचीबद्ध अंतरराष्ट्रीय आतंकवादियों की बड़ी तादाद में मेजबानी करता रहा है। इस्लामाबाद लगातार ऐसे आंतकियों पर ढिलाई बरतते हुए देखा गया है। यहां तक कि इस्लामाबाद ने हाफिज सईद जैसे सूचीबद्ध आतंकवादी के लिये पेंशन की भी व्यवस्था की। गौरतलब है कि हाफिज सईद लश्कर-ए-तैयब्बा का संस्थापक है।
तजाकिस्तान की राजधानी दुशांबे में इन-पर्सन मीट के दौरान एनएसए डोभाल ने सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में आतंकवाद की कड़ी निंदा की। उन्होनें सीमा पार आतंकवादी हमलों सहित आतंकवाद के अपराधियों पर तुरन्त और वाज़िब कार्रवाई करने की मांग की। पाकिस्तान में 26/11 के आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड करीब 10 सालों तक रहा है। पाकिस्तान को अभी भी कई दहशतगर्दों पर कार्रवाई करनी है।
दिलचस्प बात ये है कि भारत ने एससीओ और एफएटीएफ के बीच एक समझौता ज्ञापन समेत आतंकवाद के वित्तपोषण (Terrorism Financing) का मुकाबला करने के लिये अंतरराष्ट्रीय मानकों को अपनाने पर भी जोर दिया। FATF आतंकवाद रोधी वित्तपोषण संस्था है।
बैठक के दौरान एनएसए ने चाहबहार, आईएनएसटीसी, क्षेत्रीय एयर कॉरिडोर जैसी कनेक्टिविटी परियोजनाओं पर प्रकाश डाला, जो आर्थिक लाभ और विश्वास का निर्माण कर रहे हैं। उन्होनें बताया कि कनेक्टिविटी को संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करना चाहिये।
गौरतलब है कि चीन का मेगा इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोग्राम चाइना पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर या सीपीईसी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से होकर गुजरता है। ये नई दिल्ली के लिए चिंता का सब़ब रहा है, भारत ने लगातार इस मामले को बीजिंग के सामने उठाया है।
एनएसए अजित डोभल ने अफगानिस्तान में पिछले दो दशकों में हासिल रणनीतिक लाभ को संरक्षित करने और अफगानी आव़ाम के कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के लिये एससीओ संपर्क समूह के पूर्ण समर्थन देने की जरूरतों का आह्वान किया। जिसका मौजूदा हालातों में काफी सक्रिय होना बेहद जरूरी है। एनएसए डोभल ने एससीओ की बैठक में रूसी एनएसए निकोलाई पेत्रुशेव के साथ 2 घंटे से ज़्यादा लंबी बैठक की, जिसमें आपसी हित के मुद्दों पर चर्चा की गयी।