बिजनेस डेस्क (राजकुमार): Sensex: टॉपलाइन इंडेक्स बीएसई (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) एशियाई स्टॉक एक्सचेजों के मुकाबले आज (22 सितम्बर 2022) 0.5 फीसदी से कम पर खुले, जबकि अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve) द्वारा ब्याज दरों में इज़ाफे और बाजारों के मुकाबले ज़्यादा बढ़ोतरी के संकेत के बाद भी रूपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया। आज सुबह 9:16 बजे एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स 428.40 अंक (0.72 फीसदी) की गिरावट के साथ 59,028.38 पर जबकि निफ्टी 50124.55 अंक (0.70 फीसदी) की गिरावट के साथ 17,593.80 पर कारोबार कर रहा था।
सेंसेक्स में एचडीएफसी, टेक महिंद्रा, बजाज फिनसर्व, विप्रो, इंफोसिस और एचसीएल टेक्नोलॉजीज (Infosys and HCL Technologies) शुरूआती कारोबार में टॉप पर थे, जबकि आईटीसी, इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक, भारती एयरटेल, हिंदुस्तान यूनिलीवर और नेस्ले इंडिया (Hindustan Unilever and Nestle India) भी हरे निशान के साथ कारोबार कर रहे थे।
निफ्टी पिछले कई कारोबारी दिनों से 17,429-18,092 अंकों के दायरे में मजबूत हो रहा है। इस रेंज से कोई भी निर्णायक ब्रेकआउट निफ्टी को बेहतर दिशा की ओर कारोबारी माइलेज देगा। अमेरिकी डॉलर (US Dollar) दो दशक के नये उच्च स्तर पर पहुंच गया और कई एशियाई शेयरों ने आज दो साल के निचले स्तर को छूते दिखे, क्योंकि अमेरिकी ब्याज दरों की उम्मीद से ज्यादा और तेजी से बढ़ने की संभावना थी।
फेडरल रिजर्व ने बीते बुधवार (21 सितम्बर 2022) को अपनी बेंचमार्क दर में 75 बेसिस प्वाइंट का इज़ाफा किया, इस तरह की लगातार तीसरी बढ़ोत्तरी और परियोजना दरों में इस साल 4.4 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। बैठक से पहले फेड पूर्ववर्ती बाज़ार कीमतों और बीते तीन महीने के मुकाबले में 100 बीपीएस ज़्यादा था।
जापान के बाहर एशिया-प्रशांत (Asia Pacific) शेयरों का MSCI का सबसे बड़ा सूचकांक मई 2020 के बाद से 1.4 फीसदी गिरकर अपने सबसे निचले स्तर पर आ गया। जापान का निक्केई (Japan’s Nikkei) 1 फीसदी से गिरकर दो महीने के निचले स्तर पर आ गया।