बिजनेस डेस्क (राजकुमार): यूएस फेड द्वारा ब्याज दरें बढ़ाने के बाद वैश्विक इक्विटी (Global Equity) में मजबूती दिखी। आज (17 मार्च 2022) इक्विटी बेंचमार्क सेंसेक्स (Sensex) में शुरुआती कारोबार के दौरान लगभग 850 अंकों का उछल देखा गया। इसके अलावा ताजा विदेशी पूंजी प्रवाह और कच्चे तेल की कीमतों में आयी नरमी से भी घरेलू शेयर बाजार को काफी मदद मिली। 30 शेयरों वाला सेंसेक्स में 846.31 अंकों के साथ 1.49 फीसदी बढ़त देखी गयी, जिससे सेसेंक्स 57,984.83 पर कारोबार करता दिखा। निफ्टी भी 236.80 रफ्तार के साथ और 1.39 फीसदी की बढ़त के साथ 17,212.15 पर कारोबार कर रहा था।
सेंसेक्स के सभी कॉम्पोनेंट हरे निशान पर दिखे। सेंसेक्स में एचडीएफसी 3.14 फीसदी के बढ़त के साथ अव्वल पायदान पर रहा, इसके बाद एक्सिस बैंक, एशियन पेंट्स, कोटक बैंक, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और बजाज फाइनेंस (ICICI Bank and Bajaj Finance) भी हरे निशान पर कारोबार करते दिखे। बता दे कि बीते कारोबारी दिन (16 मार्च 2022) 30 शेयरों वाला सेसेंक्स 1,039.80 अंकों पर 1.86 फीसदी की बढ़त के साथ 56,816.65 पर बंद हुआ था। इसी तरह ब्रॉड एनएसई निफ्टी भी 312.35 अंकों के साथ 1.87 प्रतिशत की बढ़त लेते हुए 16,975.35 पर पहुंच गया। इसी तरह हॉन्ग कॉन्ग, सियोल और टोक्यो के बॉरोअर्स में मध्य दर्जे की सिलसिलेवार लिवाली देखी गयी, जबकि शंघाई का स्टॉक मार्केट लाल निशान पर कारोबार करता दिखा।
यूएस फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve) द्वारा 2018 के बाद पहली बढ़ोतरी को देखते देखते हुए, यूएस फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में इज़ाफे के बाद अमेरिका में स्टॉक एक्सचेंज रात भर के सत्र अहम फायदे के साथ बंद हुए। फेड ने ये भी संकेत दिया कि मुद्रास्फीति से लड़ने के लिये और अधिक बढ़ोतरी की ज्यादा होगी। अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने बीते बुधवार (16 मार्च 2022) को ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी को मंजूरी दी। अंतरराष्ट्रीय तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड (Benchmark Brent Crude) 0.86 प्रतिशत से बढ़कर 98.86 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
बाजार में भारी बिकवाली हुई और नतीज़न शॉर्ट कवरिंग ने सूचकांकों को ऊंचा किया। दूसरी ओर जंगी हालातों के बीच साफ दिख रहा है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था (US economy) बहुत मजबूत है और सख्त मौद्रिक नीति (Monetary Policy) को संभालने के लिये अच्छी स्थिति में है। इसी के चलते भारत में शॉर्ट कवरिंग से भी गुरुवार को बाजार में तेजी देखी गयी। लंबे समय के बाद एफपीआई के खरीदार बनने और कच्चे तेल में नरमी से बाजार को समर्थन मिला। वित्तीय हालातों में इज़ाफे की संभावना लगातार बनी हुई। खासतौर से उच्च गुणवत्ता वाले निजी बैंकों में जहां एफपीआई निरंतर विक्रेता थे।
एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक बुधवार को 311.99 करोड़ रुपये के शेयर खरीदने के बाद विदेशी संस्थागत निवेशक शुद्ध खरीदार के तौर पर उभरे। इस बीच रूसी सेना ने बुधवार को यूक्रेन (Ukraine) के खिलाफ हमले जारी रखे, यहां तक कि दोनों देशों ने संघर्ष को खत्म करने के लिये एक प्रस्ताव पर बातचीत के प्रयासों पर भरोसा ज़ाहिर किया।