लाइफ स्टाइल डेस्क (देविका चौधरी): भागदौड़ भरी इस ज़िन्दगी में लोग अक्सर अपनी सेक्स लाइफ (Sex Life) से जुड़ी समस्यायों के लिये डॉक्टर्स के पास जाने से कतराते है। ऐसे में कुछ चलायी आयी बातों पर विश्वास करते हुए ऐसे लोग मुसली, अश्वागंधा, शिलाजीत और सर्पांगधा का इस्तेमाल करने लगते है। उन्हें लगता है कि इनके इस्तेमाल कर उनकी उभर रही समस्या सुलझ जायेगी। इसी क्रम में लोग शिलाजीत पर यौन समस्यायों के लिये आंखें मूंद कर भरोसा करते है। इसलिये हम बताने जा रहे है शिलाजीत के बारे में।
कुछ ऐसी होती है, असली शिलाजीत
लंबे अरसे से शिलाजीत को मर्दाना ताकत बढ़ाने वाली दवाई के तौर पर देखा गया है। कुछ लोग इसे चट्टान के पसीने (Rock sweat) का अर्क मानते है। इसमें करीब करीब 85 तरह के खनिज पदार्थ पाए जाते हैं। आमतौर पर ये हिमाचल, गिलगित और तिब्बत के कुछ खास इलाकों में पायी जाती है। देखने में ये धूसर, काले और भूरे रंग की होती है। चिपचिपी होने के साथ इसका स्वाद कड़वा और कसैला होता है। सूखने पर इसमें से तेज गोमूत्र जैसी गंध आती है। इसकी तासीर काफी गर्म होती है, खींचने पर यह तार जैसी बनती चली जाती है। इसका रूप रंग कुछ कुछ तारकोल से मिलता जुलता है। आमतौर पर इसका इस्तेमाल दूध में डालकर किया जाता है। इसे दूध में डालने के बाद दूध में पीलापन और गाढ़ापन आ जाता है।
शिलाजीत के फायदे और इस्तेमाल के दौरान परहेज
इसमें खास किस्म की न्यूरोप्रोटेक्टिव क्वालिटी पायी जाती है, जोकि अल्जाइमर और डिमेंशिया रोग से बचाव करती है। यौन क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ शिलाजीत याददाश्त में पैनापन लाने का भी काम करती है। ग्लूकोज और शुगर का लेवल बैलेंस रखने के लिये भी आजकल इसका इस्तेमाल किया जाता है। औरत और मर्द दोनों ही इसका इस्तेमाल करके अपनी सेक्स पावर को बढ़ा सकते हैं। जिन औरतों का मैन्सुरल सर्किल इनबैलेंस (Mensural circle in balance) होता है। वो शिलाजीत का इस्तेमाल करके अपनी ये समस्या दूर सकती है। इसमें पाया जाने वाले फ्लूविक एसिड और ह्यूमिक एसिड नसों को रिलैक्स करता है। ये पुरूष सेक्स हॉर्मोन टेस्टोटेरेन का लेवल भी बढ़ाने में मददगार है। इसके इस्तेमाल से हार्ड इरेक्शन मिलता है साथ ही पेनिस मसल्स में ब्लड़ सर्कुलेशन बेहतरीन होता है, जिससे इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या खत्म होती है। ये स्पर्म को काफी गाढ़ा कर देता है, जिससे बेड परफॉर्मेंस की टाइमिंग में इज़ाफा होता है।
इसका इस्तेमाल करने से स्पर्म क्वालिटी में खासा सुधार आता है। जिससे सेक्स टाइमिंग और गर्भधारण करने की संभावना काफी इजाफा होता है। आमतौर पर शिलाजीत का सीधा इस्तेमाल नहीं किया जाता है। इसे स्वर्णभस्म, केसर और दूसरी किसी यौनवर्धक औषधि के साथ मिलाया जाता है। इसके इस्तेमाल के दौरान हींग, कच्ची प्याज, मिर्च मसाला, खटाई, अमचूर नशीली चीज़ों और अल्कोहल के सेवन से दूर रहना चाहिये। तभी ये कुदरती तोहफा अपनी असली असर दिखाता है। इसे चार किस्म की भस्मों के साथ डाइलियूट (मिश्रित) किया जाता है। ताम्र भस्म, स्वर्ण भस्म, लौह भस्म और रजत भस्म। कई आयुर्वेदाचार्य मरीज की दिक्कत को देखते हुए शिलाजीत का अपने तरीके से फॉर्म्यूलेशन तैयार करते है।
कहां से खरीदे
आजकल सड़कों के किनारे टैंट डालकर कई वैद्य और हकीम बैठे हुए है। वो लोग असली शिलाजीत देने के नाम ठगी करते है। इसके साथ ही कई जगह मज़मा लगाकर अफगानी और नेपाली लोग शिलाजीत बेचते हुए आसानी से नज़र आ जाते है। ऐसे लोग तरह-तरह के दावे करके आपको अपने झांस में लेने की कोशिश करेगें। इनसे भी शिलाजीत खरीदने से बचे। आजकल कई नामी गिरामी ब्रांडेड कंपनियां शिलाजीत और इसके कैप्सूल बेच रही है। आप उन्हें बेहिचक खरीदकर इस्तेमाल कर सकते है। ऐसी कंपनियां सर्टिफाइड सोर्सेस से शिलाजीत खरीदकर साइंटिफिक तरीके से प्रोसेस करती है। इसलिये इनमें झांसे और ठगी की संभावनायें करीब-करीब ना के बराबर होती है।