Sex Life: जानिये सांड़े के तेल के पीछे की सच्चाई और मर्दानगी के दावे

लाइफ स्टाइल डेस्क (देविका चौधरी): राह चलते, पुराने बस अड्डे के पीछे, पब्लिक टायलेट के अन्दर और ट्रैन के बाथरूम में अपने सैक्स लाइफ (Sex Life) से जुड़े कई प्रचार और स्टीकर देखे होगें। जिनमें लिंग के छोटापन, तिरछापन, टेढ़ापन, शीघ्रपतन, स्वप्नदोष और सख़्ती में कमी का एक ही इलाज़ बताया जाता है, सांड़े का तेल। अमरोहा वाले वैद्य जी, गढ़वाली दवाखाना और लखनऊ के सैक्सोलॉजिस्ट जैन साहब इसी की वकालत करते है। बहुत से लोग आज तक ये नहीं जान पाये है आखिर सांड़े के तेल होता क्या है, ये कहा से आता है और इसका कुछ सैक्स लाइफ से लेना देना है या यूं ही हवा हवाई बातें कहकर इसे बेचा जाता है।

ये है सांडा

सांडे का तेल छिपकली प्रजाति के एक जानवर की चर्बी को गला कर निकाला जाता है। आम बोलचाल की भाषा में इस जानवर को सांडा और साइंटिफिक नाम युरोमेस्टिक हार्डवीकी। सांडा, छिपकली, मॉनस्टर लिजार्ड और कोमोडो ड्रैगन (Monster Lizard and Komodo Dragon) के बीच की कड़ी है। देखने में ये काफी गंदा और बदबूदार है। इसकी लंबाई करीब 2 फुट तक हो सकती है। ये बिल खोदकर जमीन के नीचे रहते हैं। इसका तेल निकालने के लिये शिकारी इसके बिल में धुंआ डालते है। जिससे छटपटाकर ये बाहर निकल आता है। इसके बाद इसकी पूंछ काट कर उसमें से चर्बी निकाली जाती है। जिसके बाद उसे गला कर सांडे का तेल निकाला जाता है। केमिकल कंपाउंड के तौर पर सांडे की चर्बी में पॉली अनसैचुरेटेड फैटी एसिड पाया जाता है। यही माल सारे फसाद और अफवाहों की जड़ है।

सांड़े के तेल की हकीकत

लोग अपनी खोयी मर्दानगी पाने के लिये, सांडा धड़ल्ले से मारकर इनका तेल निकालते हैं, जबकि ये पूरी तरह गैरकानूनी है। सांडा की प्रजाति करीब-करीब खो चुकी है। ऐसे में इसे मारना और चर्बी का तेल निकालकर बेचना वन्यजीव अधिनियम के तहत पूरी तरह गैर कानूनी है। मॉडर्न मेडिकल साइंस में खुलासा हो चुका है कि सांडा के तेल में एफ्रोडेसियाक (Afrodesiac-मर्दानगी बढ़ाने वाली खासियत) नहीं है। ये पूरी तरह मिथकों पर आधारित है। लिंग पर सांड़ा के तेल की मालिश करने से छोटापन, तिरछापन, टेढ़ापन, शीघ्रपतन, स्वप्नदोष और सख़्ती में कमी का इलाज़ किसी भी सूरत में नहीं हो सकता। इसके लिए आपको यूरोलॉजिस्ट के पास ही जाना होगा।

हमारी सलाह

कई विशेषज्ञ मानते हैं कि ज्यादातर सेक्सुअल डिसऑर्डर लिंग में खून बहाव की अनियमितता से जुड़े हुए हैं। इसका सीधा संबंध खानपान, मानसिक तनाव और मूत्र तंत्र के इंफेक्शन से जुड़ा हुआ है। सेक्स पूरी तरह से इंसानी शरीर और दिमाग से जुड़ा बायोलॉजिकल, साइक्लोजिकल और केमिस्ट्री से भरा लोचा है। जिस पर सांडा तेल का कोई असर नहीं होता। कुछ जानकारों का मानना है कि, सांडा की तेल मालिश करने से लिंग में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है लेकिन इसके कई साइड इफेक्ट भी है। जिससे लिंग में अतिरिक्त मांस और चर्बी बढ़ने लगती है। जिससे आपकी यूरिन नली तक बंद हो सकती है। तो कुल मिलाकर ये है कि सड़क किनारे टैंट लगाकर बैठे वैद्यों, कौड़ियां पुल के हकीमों और लखनऊ के जैन साहब से बचकर रहे। समस्या है तो क्वालिफाइड यूरोलॉजिस्ट और साइकोलॉजिस्ट (Qualified Urologist and Psychologist) के पास जाये। ध्यान रहे दूसरा कोई ऑप्शन मंहगा पड़ सकता है।

Leave a comment

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More