Sex Life: बेड पर क्या चाहती हैं फीमेल पार्टनर?

लाइफ स्टाइल डेस्क (देविका चौधरी): सैक्सुअल लाइफ (Sex Life) में ये टॉपिक कई पुरूषों के लिए बहुत बड़ी पहेली है। कई लोगों की ज़िन्दगी तो इसी उछेड़बुन में निकल जाती है कि उनकी फीमेल पार्टनर आखिर उनसे बेड पर, सैक्स के दौरान और उसके चाहती क्या है। महिलायें अपने मन की बात कहने में काफी हिचकती है। ऐसे में समझदारी इसी में है कि वक़्त रहते ये पता लग जाये कि आखिर पता लगाया जाये कि, इमोशनल, इंटीमेसी, फैटेंसी और सैक्सुअल लेवल (Emotional, Intimacy, Fatency and Sexual Levels) पर किन चीज़ों को फुलफिल किया जाये कि आप उन्हें बेहतर तरीके से संतुष्ट कर पाये। ऐसे में ऑर्गेज़्म, एक्साइटमेंट और एन्जॉयमेंट इसका बहुत छोटा सा पहलू है। थोड़ी गलतफहमियों और बेवकूफियों से बचकर आप बेडरूम के चैम्पियन बन सकते है।

सैक्स से पहले, सैक्स के दौरान और उसके बाद फीमेल पार्टनर की चाहत

  • फीमेल पार्टनर में बिस्तर पर ठीक वहीं सोचती है, जो कि अक्सर पर सोचते है यानि सेटिस्फेक्शन। जितना ज़्यादा देर आपकी सैक्सुअल परफॉर्मेंस रहेगा आपकी पार्टनर उतना बेहतरीन महसूस करेगी। एक बार में मेल पार्टनर सिंगल और फीमेल मल्टिपल ऑर्गैज़्म फील करते है। सारा गेम इसी मैराथन के इर्द-गिर्द बुना गया है। ऐसा अगर मेल पार्टनर को लगता है कि हाईली फ्रिक्वेंसी और वाइल्ड सैक्स (High frequency and wild sex) पार्टनर को खुश कर सकता है तो ये गलत धारणा है। सॉफ्ट, जेंटल और नज़ाकत वाली सेक्सुअल एक्टीविटी महिलाओं को खूब भाती है। ऐसे एन्जॉय करने के साथ-साथ वो अपने पार्टनर का कंपलीट सेटिस्फेक्शन चाहती है लेकिन वो इस बात को चाहकर भी ज़ाहिर नहीं कर पाती।
  • ज्यादातर मेल पार्टनर एक खास किस्म की बेवकूफी करते है। जिससे फीमेल खासा खफ़ा रहती है। पुरूषों को लगता है कि सैक्स टू मिनट इंस्टेट न्यूडल की तरह है। जिसे तुरत फुरत में निपटा देना चाहिए। दूसरी इस मोर्चें पर महिलायें कुछ अलग ही सोच रखती है। वो चाहती है कि मेल पार्टनर सैक्स से पहले उनसे नॉटी बातें करे, उन्हें रिझाये और हॉट बातें करके उनका मूड बनाये। वो चाहती है बेड पर धीरे-धीरे उबाल की ओर आगे बढ़े। हंसी-ठिठौली और छेड़छाड़ उनकी फैटेंसी का हिस्सा है। जिसके अक्सर जेंट्स दरकिनार कर देते है।
  • हर बार फीमेल पार्टनर बेड पर कुछ नया करने की उम्मीद रखती है। एक फिक्स रूटीन कहीं ना कहीं उनकी चाहत को खत्म करने का काम करता है। ऐसे में कम्फर्ट लेवल को देखते हुए इमैजिनेशन को तड़का लगाया जा सकता है। इसके लिए मेल पार्टनर सैक्स को लेकर उनकी पसन्द औऱ नापसन्द के बारे में पूछ सकते है। शाम ढ़लते ही उन्हें कुछ नया करने का हिंट दे सकते है ताकि उनकी एक्साइटमेंट और इंटीमेसी एक अलग ही लेवल को छुये। खाली वक़्त में दोनों मिलकर कुछ नया प्लान कर सकते है।

  • ये इस आर्टिकल का सबसे अहम बिन्दु है। कई बार पुरूषों की सैक्सुअल इन्वॉल्वमेंट (Sexual Involvement) इतनी हो जाती है कि उनका ध्यान सिर्फ पेनिस्ट्रेशन से होते हुए क्लाइमैक्स पर आकर सीमन डिस्चार्ज पर खत्म हो जाता है। ऐसे में वो सेलफिश होकर सिर्फ अपने ही एन्जॉयमेंट के बारे में सोचने लगते है। अपनी परफॉर्मेंस देकर शांत होकर अक्सर सोने की गलती मेल पार्टनरों में देखी जाती है। इस हरकत को फीमेल काफी नापसन्द करती है। वो मेल पार्टनर के द्वारा बीच मझदार में छोड़कर जाने को सही नही मानती। उनकी चाहत होती है कि दोनों ही एक साथ ऑर्गेज़्म की खुमारी महसूस करे, एक दूसरे की आंखों में वो हसीन शोख़ी देखे।
  • पुरूषों की असली इंतिहान ऑर्गेज़्म और सीमन डिस्चार्ज (Orgasm and semen discharge) के बाद शुरू होता है। वो देखती है कि खेल खत्म होने के बाद उनका पार्टनर कहीं मुंह फेरकर सोने तो नहीं लगता। अगर ऐसा होता है तो उनकी चाहत को गहरी ठेस लगती है। वो ये उम्मीद पाले रहती है कि उनका मेल पार्टनर उन्हें प्यार सहलाये, अपनी बांहों में भरे और प्यार से दुलारे। ऐसे में मेल पार्टनर को चाहिए कि वो इन बातों का खासा ध्यान रखे ताकि सैक्स के बाद भी उसकी शोख़ी, खुमारी और नाज़ुक छुअन का अहसास बरकरार रहे।

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