न्यूज डेस्क (देविका चौधरी): Sexual Fetish: जब सेक्स की बात आती है तो हम सभी की अलग-अलग इच्छाएँ और ज़रूरतें होती हैं, और इसमें कोई शर्म की बात नहीं है। इसलिये जब सच्ची यौन अंतरंगता (True Sexual Intimacy) हासिल करने की बात आती है, तो हमें ये समझने की जरूरत है कि बेडरूम में हमें और हमारे साथी को क्या प्रेरित करता है।
लेकिन जब हम में से कुछ ऐसी चीजों से यौन उत्तेजित (sexually aroused) होते हैं जो आदर्श मानी जाती हैं, तो हम स्पष्ट रूप से ये नहीं कह सकते कि “सामान्य” क्या माना जाता है और जहां तक सेक्स का संबंध नहीं है। असल में, यौन फेटिश उतनी दुर्लभ नहीं हैं जितनी आप सोच सकते हैं और सभी उतने परेशान करने वाले नहीं हैं जितना कि कुछ लोगों को विश्वास दिलाया गया है।
यौन कामोत्तेजक आपके प्यार और यौन जीवन में नई गतिशीलता ला सकते हैं। वे चीजों को अजीब बना सकते हैं, लेकिन आपके रिश्ते को रोमांचक और अत्यधिक संतुष्टिदायक भी बना सकते हैं; ये सब इस बात पर निर्भर करता है कि आप इसको किस देखते है और कैसे एक्सप्लोर करते है।
सबसे पहले हमें फेटिशिज़्म की एक सरल परिभाषा जाननी चाहिये। ये यौन सुख के लिए निर्जीव वस्तुओं या गैर-जननांग शरीर के अंग (जैसे, जूते और पैर) का इस्तेमाल है। हॉन्ग कॉन्ग में माइंडनलाइफ में क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट और सर्टिफाइड सेक्स थेरेपिस्ट डॉ क्रिस्टिन ज़ीसिंग कहती हैं कि “इसे तब तक विकार नहीं माना जाता जब तक कि ये आपको या किसी और को परेशानी या नुकसान न पहुंचायें।”
हालांकि वो कहती हैं कि ये समस्याग्रस्त हो सकता है अगर कोई शख़्स सिर्फ यौन उत्तेजित हो सकता है और कामोत्तेजक होने पर संभोग तक पहुंच सकता है। ऐसा आमतौर पर यौवन के दौरान दिखायी देता है, लेकिन फेटिशिज़्म की चाह किशोरावस्था से पहले भी विकसित हो सकती हैं। इसके कामुकता की भाषा में बीडीएसएम (BDSM-bondage, domination, sadism and masochism) कहा जाता है।
कई लोग इसे बेदर्दी से भरा सैक्स का तरीका मानते है, लेकिन ये सभी के लिए सच नहीं है, हालांकि ये अनुमान लगाया गया है कि बीडीएसएम या कामोत्तेजक जैसे तरीकों से एक फीसदी से भी काम लोगों ने यौन आघात महसूस किया है। कुछ हालिया अध्ययनों ने इस लंबे समय से चली आ रही अटकलों का समर्थन करने के लिये कोई सबूत नहीं दिया है। हालांकि भारत जैसे देशों में समाज़ का बड़ा पराम्परागत तबका इसे "सेक्स शेमिंग" के तौर पर देखता आया है।
किसी अन्य व्यक्ति के साथ अपनी अंतरतम यौन इच्छाओं को प्रकट करने के लिए पर्याप्त सहज महसूस करना आसान नहीं है। लेकिन अगर आप अपने पार्टनर पर भरोसा करते हैं तो अपने सेक्शुअल फेटिश को शेयर करना अच्छी बात हो सकती है। अपने साथी के साथ अपने यौन इच्छाओं को साझा करना ठीक है। इसे शुरू करने के लिए आप यौन रुचियों और टर्न-ऑन के बारे में बातचीत शुरू कर सकते है।
आप बातचीत के लिए अलग वक़्त तय कर सकते हैं जब आप दोनों आराम से और साथ मिल रहे हों। अपनी सेक्सुअल इच्छाओं के बारे में ईमानदार होना इस मुकाम की ओर बढ़ने की पहले सीढ़ी है। ध्यान शुरूआत हमेशा छोटे कदमों से ही होनी चाहिये। जहां दोनों के लिये कोई झिझक ना हो।
बातचीत में कम्फर्टेबल रहे और अगर आप चिंतित हैं या इस बात को लेकर पेशोपेश में है कि आपका पार्टनर किस तरह का रिएक्शन देगा तो ऐसे में उन्हें समझाये कि ऐसा करने से कामोत्तेजक गतिविधियों का मजा दुगुना हो जायेगा। शुरूआत में थोड़ा अज़ीब लगेगा लेकिन सहजता आने पर सब कुछ सामान्य लगेगा। बस आपको उनके सहयोग की दरकार है। ज़्यादा अंतरंगता लाने के लिये एक-दूसरे के प्रति खुलना काफी अहम है। इसलिये अपने पार्टनर से उनकी फैटेंसी पूछिये और उसका हिस्सा बनने की कोशिश करिये।
ध्यान रहे कि एक रात में यौन संबंध बनाते समय जरूरी नहीं कि दोनों की ही फैटेंसी पूरी हो, कोशिश करें कि एक रात में एक ही पार्टनर की फैटेंसी मुकम्मल हो। अगली रात दूसरे पार्टनर का सहयोग करें उन्हें पूरी तरह सहयोग करते हुए सेक्सुअल एक्टिविटी और अंतरंगता के नये आयाम छुयें। इस तरह आप अपने साथी के बारे में ज़्यादा जान पायेगे घनिष्ठ यौन संबंध बनाने के करीब पहुँच सकेंगे।