एजेंसियां/न्यूज डेस्क (मृत्युजंय झा): शहबाज शरीफ (Shahbaz Sharif) पाकिस्तान के नये प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने बीते सोमवार रात को पद और गोपनीयता की शपथ ली। हैरानी की बात ये है कि शपथ ग्रहण समारोह राष्ट्रपति भवन में हुआ, लेकिन राष्ट्रपति आरिफ अल्वी (President Arif Alvi) खुद इस समारोह से दूर रहे। पाकिस्तान की सीनेट के अध्यक्ष सादिक संजरानी (Sadiq Sanjrani, President of the Senate of Pakistan) ने शहबाज शरीफ को शपथ दिलायी।
शपथ से पहले संसद में अपने भाषण के दौरान, शहबाज शरीफ ने कहा, “हम उस खत की जांच करवायेगें, जिसे इमरान खान संयुक्त राज्य अमेरिका से आया धमकी पत्र कहते हैं।” इस पर इमरान खान सरकार में मंत्री रहे फवाद चौधरी (Fawad Chaudhry) ने कहा, कि ‘जांच की कोई जरूरत नहीं है।
फवाद चौधरी ने कहा कि, “हमने कभी नहीं कहा कि इस खत की जांच होनी चाहिये। जांच तब की जाती है जब आप सच या झूठ का पता लगाना चाहते हैं। इस मामले में सब कुछ साफ है। इसलिए जांच की कोई जरूरत नहीं है।” पहली बार इस खत का जिक्र इमरान ने 27 मार्च को इस्लामाबाद (Islamabad) की एक रैली में किया था। उन्होंने दावा किया कि विपक्ष अमेरिका की मदद से उनकी सरकार गिराने की साजिश रच रहा है।
संसद में मतदान से पहले इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (Pakistan Tehreek-e-Insaf Party) के सभी सांसदों और डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी (Deputy Speaker Qasim Suri) ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया। हालांकि ये इस्तीफे अभी स्पीकर के पास नहीं पहुंचे हैं। इसलिये तकनीकी रूप से इस कदम को संसद से बहिष्कार कहा जायेगा।
इमरान खान की पार्टी की ओर से पीएम पद के उम्मीदवार शाह महमूद कुरैशी (Shah Mehmood Qureshi) ने अपना नामांकन वापस ले लिया। कुछ सांसदों ने इस्तीफा भी दिया। प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद संसद में अपने पहले भाषण में शहबाज शरीफ ने चीन को एक वफादार दोस्त बताया उन्होंने कश्मीर मुद्दे को ठंडे बस्ते में डालने के लिये इमरान खान पर भी तंज कसा।
शहबाज शरीफ कैबिनेट में 12 मंत्री हो सकते हैं। कैबिनेट में सभी वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। इसके साथ ही पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और अन्य पार्टियों के सदस्य भी शामिल होंगे। लगभग 12 दल इस गठबंधन सरकार का हिस्सा हैं। कुछ रिपोर्टों से पता चलता है कि बिलावल भुट्टो (Bilaval Bhutto) को उप प्रधान मंत्री बनाया जा सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये शहबाज शरीफ को बधाई देते हुए कहा कि “पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने पर आपको बधाई। भारत को उम्मीद है कि आप इस क्षेत्र को आतंकवाद मुक्त बनाकर शांति और स्थिरता के लिये काम करेंगे। इसके माध्यम से हम चुनौतियों का सामना करने और अपने नागरिकों को बेहतर जीवन देने में सक्षम होंगे।”
इमरान खान के छह करीबी दोस्त बिना इजाजत देश नहीं छोड़ पायेगें। संघीय जांच एजेंसी ने टॉप लिस्ट में इमरान के 6 करीबी दोस्तों के नाम शामिल किया हैं। इसमें इमरान खान के मुख्य सचिव आजम खान, शाहबाज गिल, शहजाद अकबर, डीजीपी पंजाब गौहर नफीस, मोहम्मद रिजवान और पीटीआई के सोशल मीडिया हेड अर्सलान खालिद का नाम शामिल हैं।
चीनी सरकारी मीडिया ने शहबाज शरीफ के नये पीएम बनने की संभावनाओं पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अब दोनों देशों के बीच संबंध बेहतर होंगे। पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ECP) ने कहा है कि उसे चुनाव कराने के लिये कम से कम 7 महीने चाहिये। आयोग ने कहा कि, “हम अभी तैयारी शुरू करेंगे, लेकिन इसके तुरंत बाद बारिश शुरू हो जायेगी। इसलिये नवंबर-दिसंबर से पहले चुनाव कराना संभव नहीं है।”