शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों (Protesters) को ये अपील गंभीरता से लेनी चाहिए। मामला मानवीय हितो (Human interests) से सीधा जुड़ा हुआ है। वे लोग अपने दिमाग का इस्तेमाल आम जनता और राष्ट्र के हित में करने के बजाये राजनीतिक रणनीति (Political strategy) तैयार करने में लगा रहे है। जो कि उन्हें धरना प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करते है। हाल ही मैं मीडिया साक्षात्कारों को देखकर मुझे काफी हैरानगी हुई। ये पूरी तरह से बेवकूफाना था। धरना-प्रदर्शन एक अलग ही दिशा में जाता दिख रहा है। ये लोग राष्ट्र विरोधी (Anti National) और गुंडों की भाषा बोल रहे। एक तरफ ये ज़मात संविधान की रक्षा करने और अब संविधान के खिलाफ जाने की बात कर रही हैं। राष्ट्र सर्वोच्च प्राथमिकता (Nation top priority) में होना चाहिए। फिलहाल इस तरह की हरकतें के लिए कोई वक़्त नहीं है। आइए इस घातक महामारी (Deadly pandemic) के खिलाफ एक साथ लड़ें।
डिस्कलेमर: कृपया इस पोस्ट को किसी भी तरह का सियासी रंग देने से बचें