न्यूज़ डेस्क (नई दिल्ली): कांग्रेस सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने लाहौर लिटरेचर फेस्टिवल (Lahore Literature Festival) में मोदी सरकार हमला बोलते भारत द्वारा COVID-19 महामारी से निपटने पर सवाल उठाये।
अपने virtual संबोधन में भारत का मजाक उड़ाते हुए थरूर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (US President Donald Trump) के फरवरी में हुए दौरे से लेकर तबलिगी जमात जैसे कई मुद्दों को उठाया और कहा कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने मोदी सरकार को महामारी के बारे में सचेत किया था, लेकिन पीएम कार्रवाई करने में विफल रहे।
थरूर ने कहा, “भारत सरकार अच्छा काम नहीं कर रही है और लोगों को इस बात का एहसास है। राहुल गांधी ने फरवरी की शुरुआत में कहा कि COVID-19 को गंभीरता से लिया जाना चाहिए अन्यथा भारत को आर्थिक तबाही का सामना करना पड़ेगा, इसलिए उन्हें इसका श्रेय मिलना चाहिए।”
‘थरूर ने भारत को विश्व स्तर पर बदनाम किया’
हम महामारी के कारण भारत में पैदा होने वाले कट्टरता और पूर्वाग्रह के खिलाफ लड़ रहे हैं। थरूर ने कहा कि तब्लीगी जमात (Tablighi Jamaat) सुपर-स्प्रेडर घटना का इस्तेमाल मुसलमानों के खिलाफ खुले तौर पर भेदभाव को सही ठहराने के लिए किया गया था।
इस पर प्रतिक्रिया करते हुए, भाजपा के तिरुवनंतपुरम से सांसद ने थरूर पर पाकिस्तान के मंच पर भारत को ‘बदनाम’ करने के लिए तीखा हमला किया।
कांग्रेस का पाकिस्तान के प्रति प्रेम बत्ताते हुए, भाजपा ने कहा, “यह इतना मूर्ख है जो खुद को intellectual कहने के लिए राहुल गांधी को आधुनिक ज्योतिषी बता रहा है।”
‘इस महीने की शुरुआत में, सीजेआई एसए बोबडे (CJI S A Bobde) ने कथित तौर पर तबलीगी जमात के सम्मेलन में COVID -19 के प्रकोप को सांप्रदायिक रंग देने के लिए, जमीयत उलमा-ए-हिंद (Jamiat Ulama-i-Hind) और अन्य लोगों द्वारा मीडिया संगठन के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करने वाले लोगों द्वारा दायर याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए कहा था कि हाल के दिनों में ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता’ का सबसे अधिक दुरुपयोग की हुआ है।