न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): महाराष्ट्र पुलिस के सहायक पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वाझे की गिरफ्तारी पर शिवसेना (Shiv Sena) ने मोदी सरकार पर खुलकर हमला बोला है। इस मुद्दे पर शिवसेना ने दावा किया कि एनआईए की ये कार्रवाई अवन्य नाईक की आत्महत्या मामले में अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी के एवज़ में की गयी है। सामना के संपादकीय में शिवसेना ने भाजपा पर आरोप लगाया कि सचिन वाझे को टीआरपी में हेरफेर मामले में छानबीन करने और अर्णब गोस्वामी का पर्दाफाश करने का इनाम मिला है।
शिवसेना ने लिखा कि एनआईए द्वारा सचिन वाझे की गिरफ्तारी करवाकर भाजपा ने महाराष्ट्र पुलिस का अपमान किया है। केन्द्र सरकार ने ऐसा जानबूझकर किया। सबकुछ काफी शातिराना अंदाज़ (Vicious style) में अंज़ाम दिया गया। भाजपा ने सीधे तौर पर महाराष्ट्र की स्वायत्तता पर हमला किया है। सचिन वाझे उसी वक़्त केन्द्र सरकार की नज़रों में आ गये थे। जब उन्होनें अर्णब और फर्जी टीआरपी मामले में छानबीन की कमान संभाली थी। अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी के बाद तो वो सीधे ही मोदी सरकार की हिट-लिस्ट में आ गये। केन्द्र सरकार को अर्णब मामले में बेहद हड़बड़ी थी, जांच पूरी होने तक का इंतज़ार मोदी सरकार को गंवारा नहीं था।
आगे सामना में लिखा कि, देश में हर दिन 20 जिलेटिन रॉड्स (Gelatin rods) की खोज की जाती है। हर दिन कश्मीर घाटी में विस्फोटकों की बरामदगी होती है, लेकिन जांच-पड़ताल के लिए क्या एनआईए की टीम वहां जाती है? आजकल रोजाना केंद्रीय जांच एजेंसियां महाराष्ट्र के बहुत चक्कर लगा रही है। ये बेहद हैरानगी का मुद्दा है कि 20 जिलेटिन रॉड्स की छानबीन करने के लिए नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी की टीम को मुंबई आना पड़ रहा है। जांच पड़ताल करने के मामले में महाराष्ट्र के पास खुद की बेहतरीन प्रणाली है। जिसकी सराहना दुनिया भर में होती है।
गौरतलब है कि कुछ हफ़्ते पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के पास विस्फोटक से भरी महिन्द्रा स्कॉर्पियों कार की बरामदगी की गयी थी। इस मामले में विस्फोटक से भरे वाहन को रखने में कथित भूमिका सचिन वाझे की गिरफ्तारी हुई। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने उन्हें बीते शनिवार (13 मार्च) को गिरफ्तार किया था। एनआईए ने घंटों चली पूछताछ की बाद उन्हें गिरफ्तार किया था। जबकि इसी मामले से जुड़े दो केसों की जांच महाराष्ट्र आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) पहले से ही कर रही है।
महाराष्ट्र एटीएस पहले मामले में ठाणे के कारोबारी मनसुख हिरेन की मौत की जांच कर रही है। जो कि 25 फरवरी को अंबानी के घर के पास बरामद विस्फोटकों से लदी महिन्द्रा स्कॉर्पियो कार का मालिक था। दूसरे मामले में एटीएस विस्फोटकों से लदी महिन्द्रा स्कॉर्पियो कार की चोरी की गुत्थी सुलझाने लगा हुआ है। हाल ही में कुछ दिन पहले हिरेन काफी अज़ीब हालातों में मरा हुआ पाया गया। दिलचस्प है कि मनसुख हिरेन की पत्नी ने सचिन वाझे पर अपने पति की हत्या करने का शक जताया था।