न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता नारायण राणे ने अपनी गिरफ्तारी को ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ को बाधित करने का प्रयास करार देते हुए आज (29 अगस्त 2021) आरोप लगाया कि शिवसेना (Shiv Sena) उन पार्टी नेताओं को बढ़ावा देती है जो उनके खिलाफ बोलते हैं। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बोलते हुए उन्होनें कहा कि “इस यात्रा के दौरान अपशकुन हुआ। खुद को राष्ट्रपति मानने वाले कुछ मंत्रियों ने मेरी गिरफ्तारी के आदेश दिये। वे मेरी यात्रा को रोकने की कोशिश कर रहे थे। शिवसेना में जो भी नारायण के खिलाफ बोलता है उसे बढ़ावा दिया जाता है”
उन्होंने आगे कहा कि, “मैं अपना काम करता रहूंगा और महाराष्ट्र (Maharashtra) के हर जिले में जाकर केंद्र सरकार की योजनाओं को लोगों तक पहुंचाऊंगा” केंद्रीय मंत्री ने ये भी आरोप लगाया कि महाराष्ट्र सरकार के खजाने में “कुछ नहीं” बचा है, लोगों को अपना गुजारा बेहद मुश्किल से करना पड़ रहा है। ऐसे में अगर शिवसैनिक (Shiv Sainik) भाजपा में शामिल होना चाहते हैं, उनका पार्टी में स्वागत है।”
नारायण राणे ने आगे कहा कि, “अगर शिवसेना के लोग मेरे पास आते हैं और मुझसे कहते हैं कि वे भाजपा में शामिल होना चाहते हैं तो मैं उन्हें अपनी पार्टी में लेने के लिए तैयार हूं। जन आशीर्वाद यात्रा (Jan Ashirwad Yatra) का विचार पीएम नरेंद्र मोदी का है। उन्होंने मुझे कैबिनेट मंत्री बनाया और कहा कि आपको लोगों का आशीर्वाद लेने जाना है। आज यात्रा का दसवां दिन है और मुंबई से शुरू होकर आज मैं सिंधुदुर्ग में हूं। लोग हस्तक्षेप करते रहे और यात्रा में खलल डालते रहे फिर भी इसमें लोगों की भारी भीड़ उमड़ी”
कोंकण (Konkan) में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के मसले पर उन्होनें कहा कि- आज मैं एक केंद्रीय मंत्री के तौर पर आपके आया हूं। निर्यात, जीडीपी और रोजगार बढ़ाना मेरी जिम्मेदारी है। मैं कोंकण के लोगों को बताना चाहता हूं कि अगर आप उद्यमी बनते हैं तो मैं आपको सभी संसाधन और सुविधाएं देने के लिए तैयार हूं, चाहे वो लोन हो या कोई अन्य सुविधा।
इससे पहले शुक्रवार (27 अगस्त 2021) को राणे ने राज्य में कोंकण इलाके के लिए काम नहीं करने को लेकर शिवसेना पर हमला बोला था और कहा था कि वो अपने खिलाफ किसी कार्रवाई से नहीं डरते। ठाकरे के खिलाफ उनकी टिप्पणी के लिए शिवसेना नेताओं द्वारा दायर की गयी शिकायतों के आधार पर उनके खिलाफ नासिक और पुणे समेत कई जगहों पर प्राथमिकी दर्ज होने के बाद केंद्रीय मंत्री को रत्नागिरी जिले (Ratnagiri District) में गिरफ्तार किया गया था।