न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): राकांपा नेता अजित पवार के महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने के कुछ दिनों बाद शिवसेना (Shivsena-UBT) ने आज (5 जून 2023) दावा किया कि सिर्फ और सिर्फ कथित आर्थिक अपराधी मेहुल चोकसी, नीरव मोदी और विजय माल्या (Nirav Modi and Vijay Mallya) का ही भाजपा में शामिल होना बाकी रह गया है।
शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में महाराष्ट्र के राजनीतिक हालातों को फिल्मी करार दिया है, जिसका नाम ‘एक (संदेह) पूरा और दो आधा’ है, ये सांकेतिक रूप से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) और दो उप मुख्यमंत्रियों देवेन्द्र फड़णवीस और अजीत पवार (Devendra Fadnavis and Ajit Pawar) की ओर सीधा इशारा करता है।
बता दे कि बीते (2 जून 2023) रविवार को अजित पवार ने राकांपा में टूट की अगुवाई करते हुए एक साल पुरानी शिवसेना-भाजपा सरकार में उपमुख्यमंत्री बन गये, उनके इस कदम से उनके चाचा शरद पवार (Sharad Pawar) को करारा झटका लगा, जिन्होंने 24 साल पहले कांग्रेस छोड़ने के बाद एनसीपी (NCP) को मजबूती से महाराष्ट्र (Maharashtra) में खड़ा किया था।
अजित पवार के अलावा छगन भुजबल और हसन मुश्रीफ (Chhagan Bhujbal and Hasan Mushrif) समेत आठ एनसीपी विधायकों ने एकनाथ शिंदे कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ ली। सामना के संपादकीय में दावा किया गया कि एनसीपी के घटनाक्रम के पीछे दिल्ली की ‘ताकत’ थी। इसमें कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसले में ये साफ कर दिया है कि किसी पार्टी का विधायी समूह संगठन और उसके प्रतीक पर दावा नहीं कर सकता है।
मराठी प्रकाशन ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिये भ्रष्टाचार, नैतिकता और डकैती के बारे में बात करने का कोई आधार नहीं रह गया है।
उन्होंने कहा कि, ”भाजपा ने महाराष्ट्र में जो किया है, उसके लिये उसका मजाक उड़ाया जा रहा है। पार्टी के पास अब सिर्फ मेहुल चौकसी, नीरव मोदी और विजय माल्या को भाजपा में शामिल करना बचा है। एक को पार्टी का राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष बनाया जायेगा, दूसरे को नीति आयोग में नियुक्त किया जाएगा और तीसरे को भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) का गवर्नर बनाया जायेगा।”
गौरतलब है कि भगोड़े मेहुल चौकसी, नीरव मोदी और विजय माल्या पर आरोप है कि उन्होंने अपनी कंपनियों के जरिये सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से पैसा निकालकर धोखाधड़ी की, जिसके नतीज़न आम जनता के हजारों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
संपादकीय में आगे कहा गया कि साल 2014 के विधानसभा चुनाव से पहले देवेंद्र फड़नवीस ने दावा किया था कि अजित पवार कथित सिंचाई घोटाले में जेल जायेगें, लेकिन राकांपा नेता ने (रविवार को) उनकी मौजूदगी में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। पोर्टफोलियो आवंटन (नये मंत्रियों को) पर चर्चा सीएम के आधिकारिक बंगले ‘वर्षा’ में की जानी चाहिए थी, लेकिन ये फड़नवीस के बंगले ‘सागर’ में हुई। मराठी दैनिक ने कहा कि सीएम शिंदे के लिये ये बेहद दुखद हालात है।