न्यूज डेस्क (विश्वरूप प्रियजर्शी): शिवसेना-यूबीटी (Shivsena-UBT) को एक और झटका लगने की संभावना बनती नज़र आ रही है, पार्टी नेता और विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) नीलम गोरे आज (7 जुलाई 2023) शाम मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) की अगुवाई वाली शिवसेना में शामिल हो सकती हैं। अगर महाराष्ट्र विधान परिषद (Maharashtra Legislative Council) की उपाध्यक्ष गोरे शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना में शामिल होती हैं, तो वो मनीषा कायंडे और विप्लव बजरिया (Manisha Kayande and Viplav Bajaria) के बाद ऐसा करने वाली शिव सेना (यूबीटी) की तीसरी एमएलसी होंगी। फिलहाल गोरे ने इस मुद्दे पर किसी भी तरह का बयान देने से इनकार कर दिया।
गोरे के पाला बदलने की अटकलें उस दिन सामने आयी, जब शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा कि एकनाथ शिंदे गुट के लगभग 17-18 विधायक उनके संपर्क में हैं। राउत ने कहा कि- “हम ये नहीं कह रहे हैं कि वो हमारे पास आ रहे हैं, लेकिन पिछले हफ्ते उन्होंने अपनी नाराजगी ज़ाहिर करते हुए हमसे संपर्क किया। अब भी चार विधायकों ने मुझे फोन किया। अठारह विधायकों ने संपर्क किया है। ऐसा नहीं है कि वो हमारे साथ शामिल हो गये हैं, फैसला सिर्फ उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ही ले सकते हैं।”
मामले पर महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री उदय सामंत (Uday Samant) ने राउत के दावों को खारिज करते हुए कहा कि छह से सात शिवसेना (यूबीटी) विधायक उनके संपर्क में थे और वो पाला बदलना चाहते थे। इसी मुद्दे पर शिवसेना विधायक संजय शिरसाट (Shiv Sena MLA Sanjay Shirsat) ने कहा कि- “किसी को संजय राउत को गंभीरता से नहीं लेना चाहिये। वो और विनायक राऊत फर्जी खबरें और अफवाहें फैलाने में माहिर हैं। अगर कोई विधायक आपके संपर्क में है तो कम से कम एक नाम बतायें।”