न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने बीते शनिवार (20 नवंबर 2021) को करतारपुर कॉरिडोर (Kartarpur Corridor) की अपनी यात्रा के दौरान पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान को ‘बड़ा भाई’ कहा। जिसके बाद से सियासी गलियारों में लगातार गर्माहट देखी जा रही है। भाजपा के कई आला नेता नवजोत सिंह सिद्धू के इस बयान की खुलेआम आलोचना कर रहे है। कुछेक कांग्रेसी नेता भी उनके इस बयान से दूरी बनाते हुए दिख रहे है।
हाल ही में क्रिकेटर से राजनेता बने गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने अपना रूख़ साफ करते हुए कहा कि सिद्धू का ये बयान किसी भी सूरत में मुनासिफ़ नहीं माना जा सकता। पूर्वी दिल्ली से भाजपा के लोकसभा सदस्य गौतम गंभीर ने आगे कहा कि पहले अपने बेटे या बेटी को बॉर्डर पर भेजो उसके बाद आंतकी मुल्क के मुखिया को अपना बड़ा भाई बुलाओ।
बता दे कि गुरूद्वारा साहिब करतारपुर की यात्रा के दौरान करतारपुर प्रोजेक्ट के सीईओ के साथ बातचीत के दौरान सिद्धू ने कहा था कि “इमरान खान मेरे बड़े भाई हैं। मैं यहां आकर गौरन्वित महसूस कर रहा हूं। उन्होंने (खान) हमें बहुत प्यार दिया।” देखते ही देखते सिद्धू का ये बयान वायरल हो गया। जिसके बाद वो भाजपा के सीधे निशाने पर आ गये।
न सिर्फ गौतम गंभीर बल्कि बीजेपी आईटी सेल के राष्ट्रीय प्रमुख अमित मालवीय (Amit Malviya) ने भी सिद्धू का वीडियो कैप्शन के साथ ट्वीट किया और लिखा, "राहुल गांधी के चहेते नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को अपना 'बड़ा भाई' कहा। पिछली बार उन्होंने पाकिस्तान के जनरल बाजवा को गले लगाया। पाक सेना प्रमुख (Pak Army Chief General Bajwa) की तारीफ की। ये हैरत की बात है कि गांधी के अनुयायियों ने पाकिस्तान को गले लगाने के लिये सिद्धू को चुना।
हालांकि सिद्धू ने अपने खिलाफ की गयी इन बयानबाज़ियों को नकार दिया। उन्होंने कहा कि, ''भाजपा जो चाहती है, उसे कहने दीजिए।'' ये विवाद तब शुरू हुआ जब सिद्धू पंजाब के कई कैबिनेट मंत्रियों के साथ श्री करतारपुर साहिब गुरुद्वारे में मत्था टेकने के लिये करतारपुर कॉरिडोर का दौरा कर रहे थे।