न्यूज डेस्क (वृंदा प्रियदर्शिनी): मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों पर सुपरटेक ट्विन टावर (Supertech Twin Towers) मामले में गुरुवार (2 सितंबर 2021) को विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया। टीम को मामले की जांच कर एक हफ़्ते के भीतर जांच रिपोर्ट (Investigation Report) सौंपने का निर्देश दिया गया है। इस चार सदस्यीय टीम में औद्योगिक विकास आयुक्त संजीव मित्तल, अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) ग्राम विकास मनोज कुमार सिंह, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) राजीव सब्बरवाल, मुख्य नगर एवं ग्राम योजनाकार अनूप कुमार श्रीवास्तव शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने बुधवार को कहा कि नोएडा ट्विन टावर मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। ये खब़र उस समय सामने आयी जब बीते मंगलवार (31 अगस्त 2021) को सर्वोच्च न्यायालय ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय (Allahabad High Court) के फैसले को बरकरार रखते हुए 40 मंजिला जुड़वां टावरों को ध्वस्त करने का आदेश दिया। माना जा रहा है कि इस कार्रवाई के कारण जल्द ही सुपरटेक बिल्डर्स (Supertech Builders) द्वारा नोएडा में बनाये गये टॉवर एपेक्स और टॉवर सियान को ढहा दिया जायेगा।
न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति एम आर शाह की अध्यक्षता वाली शीर्ष अदालत की दो न्यायाधीशों की न्यायिक खंडपीठ (Judicial Bench) द्वारा पारित फैसले में कहा गया कि निर्माण अवैध था। नोएडा प्राधिकरण और रियल एस्टेट कंपनी सुपरटेक के बीच मिलीभगत के कारण ये निर्माण कार्य संभव हो पाया।