एजेंसियां/न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): Sudan: समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने गवाहों का हवाला देते हुए बताया कि सूडानी सेना ने बीते रविवार (16 अप्रैल 2023) को हवाई हमलों के साथ अर्धसैनिक बलों के ठिकानों पर बमबारी की, क्योंकि उत्तरी अफ्रीकी देश में सत्ता संघर्ष जारी है। मौजूदा हालातों को देखकर ऐसा लगता है कि सूडान की सेना का पलड़ा भारी हो गया है। सामने आ रही ताजातरीन रिपोर्ट में कहा गया है कि संयुक्त राष्ट्र कार्यकर्ताओं समेत मरने वालों की तादाद बढ़कर 97 हो गयी है।
पिछले कुछ दिनों में सेना और मुख्य अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) के बीच घातक झड़पें काफी तेज हो गयी, बता दे कि शनिवार (15 अप्रैल 2023) को ये लड़ाई शुरू हुई थी। सूडान की संप्रभु परिषद के प्रमुख जनरल अब्देल फतह अल-बुरहान (General Abdel Fatah al-Burhan) के प्रति वफादार सेना की इकाइयां आरएसएफ के साथ भिड़ गयी, जिसकी अगुवाई जनरल मोहम्मद हमदान दगालो (General Mohamed Hamdan Dagalo) कर रहे हैं, जिन्हें हेमेदती के नाम से जाना जाता है, जो कि परिषद के उप प्रमुख हैं।
सूडान में संयुक्त राष्ट्र मिशन ने कहा कि बुरहान और हेमेदती संयुक्त राष्ट्र की ओर से प्रस्तावित आम लोगों को जंगी इलाकों से निकालने के लिये लड़ाई में तीन घंटे के संघर्ष विराम पर सहमत हुए। लड़ाई के कम होने की उम्मीद थी, लेकिन अपेक्षाकृत शांति की बेहद छोटी अवधि के बाद दोनों पक्षों ने इस सौदे को सीधे सीधे अनदेखा कर दिया।
समाचार एजेंसी ने निवासियों का हवाला दिया, जिन्होंने बहरी के कफौरी जिले में तोपखाने की ओर से आ रहे गोले की आवाज़ और फाइटर जेट्स की गर्जना के बारे में बताया। इससे साफ हो जाता है कि सूडानी सेना पर आरएसएफ के बेस से सीधा हमला बोला जा रहा है।
चश्मदीदों ने समाचार एजेंसी को ये भी बताया कि सेना ओमडुरमन, काफौरी और बहरी (Kafouri and Bahri) के शार्ग एल-निल जिलों में आरएसएफ के ठिकानों पर हवाई हमले कर रही थी।
आरएसएफ और सूडानी सेना के बीच उभरे तनावों की कई वज़हें है। साल 2021 में सैन्य तख्तापलट के बाद लोकतंत्र में बदलाव पर राजनीतिक दलों के साथ एक अंतर्राष्ट्रीय समझौते पर हस्ताक्षर और समझौते की समय सीमा पर हुई असहमति के इसे स्थगित कर दिया गया।
इस जंगी संघर्ष को लेकर संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन, रूस, मिस्र, सऊदी अरब, संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ और अफ्रीकी संघ (European Union and African Union) ने वैश्विक निंदा की, साथ ही इसे तुरन्त रोकने की अपील की।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (Antony Blinken) ने सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (Saudi Arabia and United Arab Emirates) के विदेश मंत्रियों के साथ मामले को लेकर सलाह मशविरा किया और बीते शनिवार (15 अप्रैल 2023) को ऐलान किय कि सूडान में संघर्ष में शामिल सभी पक्षों को तुरंत और बिना शर्त जंगी कवायद रोकनी चाहिये।