बिजनेस डेस्क (राज कुमार): Tesla Car: भारत की योजनाओं पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए एलोन मस्क ने कहा है कि टेस्ला भारत में कारों का प्रोडक्शन तब तक नहीं करेगी जब तक कि उसे अपनी इलेक्ट्रिक कारों को बेचने और सेवा प्रदान करने की प्रशासनिक मंजूरी नहीं दी जाती। स्टारलिंक (Starlink) पर उन्होंने कहा कि स्पेसएक्स अभी भी भारत सरकार की मंजूरी का इंतजार कर रहा है।
मस्क (Elon Musk) ने शुक्रवार (27 मई 2022) देर रात ट्वीट किया कि, “टेस्ला ऐसी किसी भी जगह पर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट नहीं लगायेगी, जहां हमें पहले कारों को बेचने और सर्विस करने की इजाजत नहीं है।” जब स्टारलिंक पर एक फॉलोवर ने उनसे पूछा कि भारत को लेकर उनकी कंपनी की क्या प्लानिंग है, इस पर उन्होनें कहा कि- स्पेस एक्स (Space X), स्टारलिंक और टेस्ला भारत में काम करने के लिये पूरी तरह तैयार है, हम फिलहाल भारत सरकार की मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री खासतौर से सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) मस्क को भारत में इलेक्ट्रिक कारों का प्रोडक्शन करने के लिये आने और निवेश आसान करने के लिये रास्ता बनाते रहे हैं। पिछले साल भारत में तैनात मस्क टीम को अब मध्य पूर्व और बड़े एशिया-प्रशांत बाजारों पर ध्यान केंद्रित करने के लिये मोड़ दिया गया है।
टेस्ला का ये कदम बदले की भावना से भरा लगता है क्योंकि भारत सरकार ने मस्क द्वारा टेस्ला वाहनों पर आयात शुल्क कम करने की मांग को मंजूर नहीं किया है। तेलंगाना के उद्योग मंत्री केटी रामाराव (Telangana Industries Minister KT Rama Rao) से लेकर महाराष्ट्र के मंत्री और राज्य राकांपा अध्यक्ष जयंत पाटिल (Jayant Patil) तक कई भारतीय नेताओं ने मस्क से टेस्ला को भारत में लाने की बार-बार अपील की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
पिछले महीने ‘रायसीना डायलॉग 2022’ के दौरान गडकरी ने कहा था कि अगर मस्क चीन (China) में प्रोडक्शन करना चाहते हैं और यहां टेस्ला कार बेचना चाहते हैं तो ये भारत के लिये अच्छी पेशकश नहीं हो सकती है। इससे पहले फरवरी में गडकरी ने कहा था कि मस्क को भारत में टेस्ला कारों को सड़कों पर उतारने से पहले उसका प्रोडक्शन भारत में ही करना होगा।
मस्क ने ट्वीट किया था कि उन्हें भारत में अपने उत्पादों को जारी करने के लिये सरकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ा। “टेस्ला अभी तक “सरकार के साथ चुनौतियों” के कारण भारत में नहीं है।
मौजूदा हालातों में भारत 40,000 डॉलर (30 लाख रुपये) से ज़्यादा कीमत की इम्पॉर्टिड कारों पर 100 प्रतिशत टैक्स लगाता है, जिसमें बीमा और शिपिंग खर्च शामिल हैं, और 40,000 डॉलर से कम की कारों पर 60 प्रतिशत आयात कर लगता है।