Social Media: विश्लेषणों से पता चला है कि पिछले महीनों के दौरान भारतीय उपमहाद्वीप (Indian subcontinent) और खाड़ी देशों में ट्विटर के ट्रेंड कॉलम में शीर्ष 10 में दिखाई देने वाले सौ से ज़्यादा भारत विरोधी हैशटैग थे, जो कि साज़िशन बनायी गयी टूलकिट का हिस्सा है। इनमें से ज्यादातर पाकिस्तान की पैदाइश थे। पाकिस्तान (Pakistan) की सोशल मीडिया सेना ने डिजिटल मार्केटिंग कंपनियों के साथ मिलकर भारत विरोधी हैशटैग चलाने के लिये उकसाने वाले ट्वीट टेम्प्लेट, बॉट्स, कई फर्जी अकाउंट और कई इंफ्लूएसर्स ने ट्वीट पोस्ट साझा किया।
#arrestnupursharma, #boycottindia, #Modi, #prophetmuhammad, #Arab जैसे हैशटैग पाकिस्तान में ट्रेंड करने के लिये बनाये गये थे। ये पता चला है कि इन ट्रेंडिंग हैशटैग वाले ज़्यादातर ट्वीट टेम्प्लेट से कॉपी-पेस्ट किये गये थे। भारत को मुस्लिम विरोधी मुल्क (Anti Muslim Country) के तौर पर पेश करने के लिये टारगेटिड हैशटैग कैम्पेन के साथ ट्रेंडिंग कॉलम को हाईजैक करके पाकिस्तान खाड़ी देशों से सहानुभूति इकट्ठा करने में सक्षम है।
#boycottindianproducts hastag का इस्तेमाल करके ट्वीट करने वाला पहला शख़्स @PresonerOnEarth नाम का एक नकली ट्विटर यूजर था, जिसके सिर्फ 3 फॉलोवर थे। उनके सभी ट्वीट उर्दू (Urdu) में थे, जिससे साफ हो जाता है कि वो पाकिस्तानी मूल का शख़्स था। डिजिटल ट्रेल से पता चलता है कि उसने सऊदी अरब (Saudi Arab) की दो डिजिटल मार्केटिंग टीमों की मदद ली थी, जिन्हें वैश्विक भारत विरोधी अभियान चलाने के लिये काम पर रखा गया था। यहां कोई हैरत की बात नहीं है, क्योंकि #BoycottIndianProducts और #StopInsultingProphetMuhammad के लिये ज़्यादा ट्रैफिक पाकिस्तान से आ रहा था।
मुल्तान और लाहौर भारत विरोधी हैशटैग के केंद्र थे। कुछ पाकिस्तानी सोशल मीडिया इंफ्लूएसर्स ने संयुक्त अरब अमीरात (United Arab Emirates), जेद्दा, कतर, बांग्लादेश (Bangladesh) और सऊदी अरब वीपीएन का इस्तेमाल करते हुए ट्वीट किया। इन देशों के प्रभावशाली लोगों ने मध्य-पूर्वी देशों में #FarmersProtest, #AllahuAkbar, #Islamofobia और #HijabRow जैसे हैशटैग ट्रेंड किये।
इन ट्रेंडिंग हैशटैग के जरिये पाकिस्तान इस्लामिक देशों की राय को अपने पक्ष में और भारत के खिलाफ माहौल बनाने के लिये धार्मिक भावनाओं को तुरंत प्रभावित करने की कोशिश कर रहा है।
डेटा की जांच के आधार पर ये नतीज़ा निकाला जा सकता है कि कथित ट्रेंडिंग भारत विरोधी हैशटैग के साफ पाकिस्तानी लिंक थे। जिन 46,069 ट्विटर अकाउंट की जांच की गयी, उनमें से ज़्यादातर पाकिस्तान समर्थक प्रोपेगैंडा ट्विटर अकाउंट्स को फॉलो कर रहे थे, जिनके फॉलोअर्स कम या बिल्कुल ही नहीं थे।
ये विश्लेषण कुल 46,069 सोशल मीडिया प्रोफाइल, 955 नये खातों और 93 वेरिफाईड ट्विटर हैंडल से कुल 1, 00,240 ट्वीट्स पर आधारित है, जो 29 देशों और 40 भाषाओं में फैले हुए हैं, जिन्होंने रूझानों में हिस्सा लिया।
सांप्रदायिक राजनीति को हथियार के तौर पर इस्तेमाल करते हुए, पाकिस्तान सोशल मीडिया पर हैशटैग को हथियार बनाकर दुनिया भर के मुसलमानों (Muslims) की भावनाओं को भारत के खिलाफ भड़काने और प्रभावित करने के लिये कोशिशें कर रहा है। इसके अलावा कुछ प्रमुख भारतीय सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर भी भारत का नाम और बदनाम करने के एकमात्र मकसद के साथ मुद्दों को उठाने में अहम भूमिका निभाते हैं।
पिछले दशक में मध्य-पूर्वी देशों के साथ भारत के बेहतर संबंध देखे गये है। पाकिस्तान का मानना है कि इस्लामिक देशों के साथ भारत के सौहार्दपूर्ण संबंध उनके हितों के ठीक उलट हैं। कूटनीतिक रूप से चीन और तुर्की (China and Turkey) को छोड़कर संयुक्त राष्ट्र के लगभग सभी सदस्य देशों ने आंतकवाद का साथ देने के लिये पाकिस्तान से खुद को दूर कर लिया है। अपनी कूटनीतिक नाकामियों को छिपाने के लिये पाकिस्तान एजेंडा तय करने और ग्लोबल ओपिनियन बनाने के लिये सोशल मीडिया पर रूझान बनाने लगा हुआ है।
इन सोशल मीडिया ट्रेंड्स से पता चलता है कि जिस क्षण भारत की राजनीति सांप्रदायिकता की ओर झुकती है, देश के दुश्मन समाज में दरार पैदा करने और उसका फायदा उठाने में कामयाब होते हैं। पाकिस्तान लगातार मध्य-पूर्व में अपने हथियारों का जख़ीरा बढ़ा रहा है, ये हथियार सोशल मीडिया है। मीडिया और सोशल मीडिया का सहारा लेकर पाकिस्तान का भारत विरोधी व्यापक प्रचार इन मित्र इस्लामिक राष्ट्रों में भारत की प्रतिष्ठा को धूमिल कर रहा है।