एंटरटेनमेंट डेस्क (यामिनी गजपति): भले ही नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने सिल्वर स्क्रीन (silver screen) पर दशरथ मांझी (Manjhi) बनकर खूब तारीफें बटोरी हो। लेकिन रियल लाइफ में दशरथ मांझी का परिवार आज भी उसी हालत में है, जो फिल्म में दिखाये गये थे। उनके बड़े बेटे को बिहार सरकार द्वारा वृद्ध पेंशन (Old age pension) नहीं मिल रही है। बेटी की विधवा पेंशन बंद है। स्थानीय प्रशासन (Local administration) ने उनके परिवार को इंदिरा आवास आबंटित करने की बात कहीं थी, वो आश्वासन भी ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है। ‘Manjhi’ The Mountain Man के फिल्म निर्देशक द्वारा फिल्म से मिलने वाली 2 फीसदी रॉयल्टी (Royalty) भी परिवार वालों को आज तक मयस्सर नहीं हो पायी है।
कोरोना संकट के कारण पूरा परिवार दाने-दाने को मोहताज है। रोजी-रोटी के सभी रास्ते बंद है। इसी बीच दशरथ मांझी (Dashrath Manjhi) की पोती का एक्सीडेंट हो गया। जिसका इलाज़ कराने में परिवारवालों की बचत के पैसे खत्म हो गये। जैसे ही ये खब़र मीडिया (Media) में सामने आयी तो पूर्व सांसद पप्पू यादव (Former MP Pappu Yadav) ने मामले में दखल दिया और तुरन्त ही अपने कार्यकर्ता द्वारा मांझी के परिवार को आर्थिक सहायता भेजी।
मांझी के परिवार की दुर्दशा देखते हुए ट्विटर यूजर अंकित राजगढ़िया ने एक्टर सोनू सूद से मदद की गुहार लगाते हुए ट्विट कर लिखा कि- ये दसरथ मांझी है, इन्हें माउंटेन मेन के नाम से जाना जाता है। इनके ऊपर फ़िल्म भी बनी है, इन्होंने अपनी पत्नी के प्रेम में पहाड़ को काट कर सड़क बना दिया था। आज यह दाने-दाने के लिए मोहताज है आज इन्हें आपकी मदद की सख्त जरूरत है।
मामले पर तुरन्त कार्रवाई करते हुए सोनू सूद (Sonu Sood) ने अंकित राजगढ़िया को ज़वाब देते हुए लिखा कि- आज से तंगी खत्म, आज ही हो जायेगा भाई।
कोरोना संकटकाल के दौरान सोनू निगम ने जिस तरीके से लोगों की मदद की है। वो कई लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा। मुसीबत के वक्त में सोनू ने खुद आगे बढ़कर प्रवासी मजदूरों (migrant workers) और जरूरतमंदों की हर तरीके से मदद की। उनके इस रवैये ने दिखा दिया कि, रील लाइफ का हीरो (Reel life hero) रियल लाइफ में कैसे हीरो (Real life hero) हो सकता है।