एजेंसियां/न्यूज डेस्क (देवव्रत उपाध्याय): दक्षिण कोरियाई सेना ने आज (23 दिसंबर 2022) कहा कि उत्तर कोरिया (North Korea) ने उनके हवाई इलाके में दो बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं। उत्तर कोरिया ने हाल में लगे प्रतिबंधों को धता बताते हुए इन मिसाइलों की लॉन्चिंग की है। मामले पर दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने कहा कि, “हमारी सेना ने आज लगभग 16:32 (0732 जीएमटी) पर उत्तर कोरिया की ओर से प्योंगयांग के सुनान इलाके (Sunan Area of Pyongyang) से पूर्वी सागर में लॉन्च की गयी दो छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों को ट्रैक किया। जहां मिसाइलें गिरीं उस इलाके को जापान सागर (Japan Sea) के नाम से भी जाना जाता है।”
बता दे कि उत्तर कोरिया की ओर से हथियारों के परीक्षणों की तादाद के मामले में ये साल काफी अहम रहा है। पिछले महीने ही प्योंगयांग ने अपना सबसे उन्नत अंतरराष्ट्रीय बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण किया था। उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन (Supreme Leader Kim Jong Un) की बहन ने भी इस हफ्ते की शुरुआत में जोर देकर कहा था कि उत्तर कोरिया ने जासूसी सैटेलाइट का इस्तेमाल करके अंतरिक्ष से तस्वीरें लेने के लिये उन्नत तकनीक विकसित की है।
उत्तर कोरिया के अंधाधुंध हथियारों के परीक्षण ने संयुक्त राज्य अमेरिका और दक्षिण कोरिया समेत पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है। इस मुद्दे को लेकर वाशिंगटन और सियोल (Washington and Seoul) ने उत्तर कोरिया की जमकर आलोचना की है। दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने अपने एक बयान में कहा कि दोनों देशों ने मंगलवार (20 दिसंबर 2022) को संयुक्त हवाई अभ्यास किया और कोरियाई प्रायद्वीप में अमेरिकी बी-52एच बमवर्षक को तैनात किया।
बता दे कि लंबी दूरी का भारी बमवर्षक उस अभ्यास का हिस्सा था, जिसमें अमेरिका और दक्षिण कोरिया के सबसे उन्नत जेट शामिल थे, इनमें F-22 और F-35 लड़ाकू विमान भी शामिल थे।
आज हुई मिसाइल लॉन्चिंग से ठीक पहले व्हाइट हाउस ने दावा किया था कि प्योंगयांग ने रूसी निजी सैन्य समूह वैगनर (Russian Private Military Group Wagner) को हथियार मुहैया करवाये है। गुरूवार को अमेरिकी समयानुसार हुई डिलीवरी का खुलासा करते हुए, व्हाइट हाउस (White House) ने वैगनर ग्रुप को क्रेमलिन (Kremlin) में रक्षा और अन्य मंत्रालयों का प्रतिद्वंद्वी बताया, जिसका रूसी सत्ता प्रतिष्ठान में सीधा दखल है।