एजेंसियां/न्यूज डेस्क (वृंदा प्रियदर्शिनी): रूस से आने वाली स्पुतनिक वी (Sputnik V) वैक्सीन की पहली खेप शनिवार (1 मई 2021) को भारत पहुँचेगी। भारत इस रूसी टीके को टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण में जोड़ेगा। जिससे वैक्सीनेशन मुहिम में तेजी आयेगी। इस समय देश महामारी की दूसरी लहर के बीच तेजी से बढ़ते संक्रमण का गवाह बना हुआ है। रोजाना आने एक्टिव केसों और पॉजिटिविटी के आंकड़ों में लगातार इज़ाफा देखा जा रहा है। इस बीच टीकों की भारी कमी है, जो टीकाकरण अभियान की रफ्तार को कम कर देती है।
गौरतलब है कि देश के कई प्रमुख राज्यों ने पहले ही टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण की शुरूआत को स्थगित कर दिया है। जिसके तहत 18 साल से ऊपर वाली आयु के सभी लोगों को टीका लगाये जाने का प्रावधान है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका (Oxford University and AstraZeneca) द्वारा विकसित और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा तैयार ‘कोविशिल्ड’ और भारत बायोटेक द्वारा निर्मित स्वदेशी वैक्सीन कौवैक्सीन के बाद स्पूतनिक वी भारत में इस्तेमाल किये जाने वाली तीसरे कोरोना वैक्सीन होगी।
राजनयिक सूत्रों के मुताबिक वैक्सीन की पहली खेप कल हैदराबाद पहुंचने की उम्मीद है। रूस में भारतीय दूत वेंकटेश वर्मा ने कहा कि, भारत को मई की शुरुआती के साथ स्पूतनिक वी की 150,000 से 200,000 तैयार वैक्सीन उपलब्ध होने की उम्मीद है। राजनयिक सूत्रों (Diplomatic sources) के मुताबिक भारत को किश्तों में स्पूतनिक वी की आपूर्ति की जायेगी। देश को अगले महीने तक स्पूतनिक वी टीकों की 5 मिलियन खुराक मिलने की उम्मीद है। रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष के सीईओ किरील दिमित्रिज ने इस मामले पर काफी पहले ही एक टीवी समाचार चैनल को बताया था कि स्पूतनिक वी के टीके 1 मई को भारत पहुंचाए जायेगें।