एजेंसियां/न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): श्रीलंका (Sri Lanka) में लगातार बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन जारी है, श्रीलंका के संसद अध्यक्ष महिंदा यापा अभयवर्धन (Mahindra Yapa Abhaywardhan) ने आज (14 जुलाई 2022) कहा कि राष्ट्रपति के तौर पर गोटबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है। अभयवर्धन ने मीडिया को बताया कि, “हां इस्तीफा (राष्ट्रपति का) मंजूर कर लिया गया है, कानूनी प्रक्रिया का पालन किया जायेगा … सदस्यों को कल (राष्ट्रपति का चुनाव करने के लिये) आमंत्रित किया जायेगा।”
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए अभयवर्धन ने कहा कि 14 जुलाई से राष्ट्रपति ने कानूनी रूप से अपने संवैधानिक कर्तव्यों और जिम्मेदारियों से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने आगे कहा कि श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे (Prime Minister Ranil Wickremesinghe) संसद द्वारा नये राष्ट्रपति के चुनाव के समापन तक अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। राष्ट्रपति का चयन विशेष प्रावधान अधिनियम 1981 के 2 और संविधान के अनुच्छेद 40 के प्रावधानों के अनुसार किया जायेगा।
अभयवर्धन ने देश के बारे में बात करते हुए कहा कि- इस प्रक्रिया को सफलतापूर्वक और तेजी से पूरा करना मेरा इरादा है। दक्षिण एशियाई क्षेत्र में सबसे पुराने लोकतंत्र के रूप में लोकतांत्रिक परंपराओं को पवित्र रखते हुए, इस प्रक्रिया को पारदर्शी और लोकतांत्रिक तरीके से पूरा करना श्रीलंका के इतिहास में बल्कि एक मील का पत्थर भी होगा। दुनिया के लोकतांत्रिक इतिहास में ये यादगार दिन होगा।
उन्होंने इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिये पार्टी के नेताओं, राज्य के अधिकारियों और सुरक्षा बलों से सहयोग का अनुरोध किया।
अभयवर्धने ने कहा कि, “श्रीलंका के हमारे सम्मानित और प्रिय नागरिकों से मेरी विशेष अपील है कि शांतिपूर्ण माहौल तैयार किया जाये जिससे संसद के सभी सदस्य स्वतंत्र रूप से संसदीय गतिविधि में हिस्सा ले सकें और अपने विवेक के अनुसार कार्य कर सकें।”
संसद अध्यक्ष ने कहा कि उनका इरादा राष्ट्रपति चुनाव प्रक्रिया को सात दिनों की छोटी अवधि के भीतर समाप्त करना है। उन्होंने ये भी कहा कि उन्होंने संसद सदस्यों को कल आने के लिये आमंत्रित किया था और वो अगले राष्ट्रपति के लिये अपना वोट डालेंगे।
इस बीच सिंगापुर के विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की कि राजपक्षे को निजी यात्रा पर सिंगापुर (Singapore) में आने की मंजूरी दी गयी है और उन्होंने ना तो शरण मांगी है और ना ही उन्हें शरण दी गयी है। मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि मालदीव (Maldives) से उड़ान भरने वाले राजपक्षे गुरूवार शाम सउदी एयरलाइंस (Saudi Airlines) की फ्लाइट से सिंगापुर पहुंचे थे।
पहले सामने आयी रिपोर्टों के मुताबिक राजपक्षे और उनकी पत्नी को सिंगापुर में रहने और मध्य पूर्व की यात्रा नहीं करने की उम्मीद थी। विभिन्न मीडिया रिपोर्टों के अनुसार श्रीलंका के राष्ट्रपति और उनकी पत्नी सउदी एयरलाइंस की उड़ान SV788 से सिंगापुर पहुँचे। माना जा रहा है कि वो जेद्दा (Jeddah) जा सकते है।
73 वर्षीय राजपक्षे नौ जुलाई को उनके घर पर प्रदर्शनकारियों की भीड़ के धावा बोलने के बाद छिप गये थे और उन्होंने ऐलान किया था कि वो बुधवार को अपना इस्तीफा सौंप देंगे। इससे पहले राजपक्षे अपनी पत्नी के साथ मालदीव भाग गये थे। इसके बाद स्पीकर ने प्रधान मंत्री रानिल विक्रमसिंघे को श्रीलंका के अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में नियुक्त किया।
राजपक्षे का इस्तीफा शनिवार को राष्ट्रपति भवन में हजारों लोगों के धावा बोलने के बाद आया है। यहां तक कि प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने भी चल रहे विरोध के बीच अपने पद से हटना का ऐलान किया।