न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): चुनावी तारीखों के ऐलान के बाद सहारनपुर में असामाजिक तत्वों पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर (SSP Akash Tomar) ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसी के चलते जिले के कई माफिया, हिस्ट्रीशीटर, स्मगलरों, नामी बदमाशों और तड़ी पार क्रिमिनल्स में खौफ का माहौल है। विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) कानून व्यवस्था के दायरे में निपटे इसके लिये सहारनपुर पुलिस (Saharanpur Police) ने अभी से ही पुख़्ता कवायदों को अंज़ाम देना शुरू कर दिया है।
इसी क्रम में जिला पुलिस ने एक शराब तस्कर गिरोह (Liquor Smuggling Gang) को हिरासत में लिया है। जो कि चोरी की कटी हुई गाड़ियों में शराब तस्करी की वारदात में लंबे समय से लिप्त था। बताया जा रहा है कि खुफ़िया सूचना (Intelligence Information) के आधार पर जब पुलिस ने छापेमारी की कार्रवाई (Raid Action) को अंज़ाम दिया तो इस दौरान चार अभियुक्त को धरदबोचा गया। जिनका नाम अमन, शहनवाज, शरफराज और खालीद बताया जा रहा है।
छानबीन के दौरान गिरोह के पास से दो टाटा छोटा हाथी, चोरी के वाहनों के कई स्पेयर पार्ट्स, गैस कटर और 14 पेटियों में 168 बोतल अंग्रेजी चण्डीगढ़ मार्का शराब बरामद की गयी। जिसे थाना देवबंद के मालखाने में जमा करवा दिया गया है। जांच को जब आगे बढ़ाया गया तो सामने आया कि गैंग के लोग अलग अलग जिलों के ऑटो लिफ्टर गिरोह (Auto Lifter Gang) के सम्पर्क में बने हुए थे। जिनकी मदद से वो जिले में चोरी की गड़ियां लाकर उन्हें काटकर उसके स्पेयर पार्ट्स बेचा करते थे।
चोरी के गाड़ियों के स्पेयर पार्ट्स बेचने के साथ साथ गैंग के लोगों ज़्यादा और जल्दी पैसे कमाने के चक्कर में शराब तस्करी भी करने लगे। जिसके लिये ये दूसरे राज्यों से शराब लाकर तस्करी भी करने लगे। माना ये भी जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनावों में मतदाताओं के बीच ये लोग शराब का प्रबंध भी करने वाले थे। उससे पहले ही ये गिरोह पुलिस की गिरफ्त में आ गया। फिलहाल पुलिस इनके नेटवर्क को भी तलाशने में लगी हुई कि कौन लोग इनसे चोरी गाड़ियों से निकलने स्पेयर पार्ट्स खरीदते थे? शराब तस्करी करने में गिरोह के लोगों की कौन मदद करता था? बता दे कि गिरोह के धरपकड़ करने वाली टीम की अगुवाई प्रभारी निरीक्षक थाना कैन्तुरा प्रभाकर ने की।