नई दिल्ली (शौर्य यादव): 18वीं शताब्दी की देवी अन्नपूर्णा की पत्थर की मूर्ति को आज (11 नवंबर 2021) कनाडा (Canada) से भारत वापस लाया गया। केंद्रीय राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने आज दिल्ली में नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट (National Gallery of Modern Art) में प्रतिमा की पूजा की। ये प्रतिमा उत्तर प्रदेश सरकार का हासिल होगी। बताया जा रहा है कि ये मूर्ति 100 साल पहले वाराणसी से चुरायी गयी थी जिसे कनाडा में पाया गया।
इस प्रतिमा को अब दिल्ली से अलीगढ़ ले जाया जायेगा। वहां से 12 नवंबर को कन्नौज ले जाया जाएगा और 14 नवंबर को ये अयोध्या पहुंचेगी। आखिर में ये 15 नवंबर को वाराणसी पहुंचेगी जहां उचित अनुष्ठान के बाद इसे उत्तर प्रदेश के काशी विश्वनाथ मंदिर में स्थापित किया जायेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) 15 नवंबर को काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) में इस प्रतिमा का अभिषेक करेंगे।
मूर्ति की ऊंचाई 17 सेमी, चौड़ाई 9 सेमी और मोटाई 4 सेमी है। केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी के मुताबिक (Union Minister G Kishan Reddy), प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल के दौरान 2014 से अब तक 42 दुर्लभ विरासत की कलाकृतियां (Rare Heritage Artifacts) जिन्हें चोरी या स्मगलिंग करके विदेशों में ले जाया गया उन्हें वापस देश लाया गया। जबकि 1976 से 2013 के बीच सिर्फ 13 दुर्लभ मूर्तियों और पेंटिंग्स को ही भारत लाया जा सका।
मौजूदा वक़्त में विदेशों में 157 मूर्तियों और चित्रों की पहचान की गयी है। उन्हें भारत वापस लाने के लिये कई देशों से बातचीत चल रही है। सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, स्विटजरलैंड और बेल्जियम से मूर्तियां लाने के प्रयास जारी हैं। अमेरिका से भी करीब 100 मूर्तियों को लाने का प्रयास किया जा रहा है।