बिजनेस डेस्क (राजकुमार): क्रिप्टोकरेंसी बाजार (Cryptocurrency Market) इस साल के सबसे नये निचले स्तर पर गिर गया। वैश्विक बाजार में पूंजीकरण में दर्ज किये गये 1.10 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से घटकर 1.02 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया है। ये अमेरिकी मुद्रास्फीति (US inflation) में तेज रफ्तार के बाद जोखिम-बंद करने वाली भावना को भड़काने के बाद सामने आया है। इस साल वैश्विक क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कैप (Global Cryptocurrency Market Cap) में लगभग 1 ट्रिलियन अमरीकी डालर की गिरावट आयी है।
दुनिया की सबसे बड़ी और लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) 18 महीने के निचले स्तर पर 7% की गिरावट के साथ 25,366 अमेरिकी डॉलर पर आ गया। बिटकॉइन इस साल अब तक (YTD) 43% से ज़्यादा गिर गया है, और ये 69,000 अमेरिकी डॉलर के अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर से काफी नीचे कारोबार कर रहा है, बता दे कि ये नवंबर 2021 में काफी हिट हुआ था।
क्रिप्टोकरेंसी एथेरियम भी 14 महीनों में अपने सबसे निचले स्तर पर गिर गया है, मौजूदा वित्तीय हालातों में ये लगभग 1350 अमरीकी डालर पर कारोबार कर रहा है। सोलाना लगभग 30% गिर गया है और ये 29 अमरीकी डालर के आसपास मंडरा रहा है। बिटकॉइन, एथेरियम (Ethereum) और अन्य प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी इस हफ़्ते के आखिर में भारी वित्तीय गिरावट का शिकार बनते दिखे। बता दे कि संयुक्त क्रिप्टो बाजार से 100 बिलियन अमरीकी डालर से ज़्यादा का सफाया हो गया है।
गौरतलब है कि हाल ही में अमेरिकी ट्रेजरी सचिव जेनेट येलेन (US Treasury Secretary Janet Yellen) ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर चेतावनी जारी की थी, जिसके बाद ये गिरावट देखी जा रही है। बीते रविवार (12 जून 2022) को बिटकॉइन की कीमत लगभग 27,000 अमेरिकी डॉलर तक गिर गयी, जो कि साल 2020 के आखिर के बाद से इसकी सबसे कम कीमत है, जबकि एथेरियम 1,500 अमेरिकी डॉलर प्रति ईथर से नीचे गिर गया।
बिटकॉइन समेत लगभग हर क्रिप्टोकरेंसी की कीमत अब अपने सर्वकालिक उच्च से आधे या उससे भी कम है। इस क्रिप्टो प्रकरण को देखते हुए साफ देखा जा रहा है कि निवेशक अब काफी तेजी से अपना पैसा वापस निकाल रहे है। मुद्रास्फीति की आशंकाओं के बीच निवेशकों द्वारा बड़े पैमाने पर बिकवाली का साफ पैटर्न देखा जा रहा है। निवेशक जोखिम वाली संपत्तियों से भी दूर रहना जारी रखे हुए हैं, जिसका असर शेयर बाजारों में भी दिख रहा है। दुनिया भर के देश उच्च मुद्रास्फीति की संख्या की रिपोर्ट करना जारी रखे हुए हैं।
पिछले महीने इसी तरह के कदम के बाद इस हफ्ते फेडरल रिजर्व (Federal Reserve) द्वारा अपनी ब्याज दर 1.25% -1.50% तक बढ़ाने की उम्मीद है। शुक्रवार के आंकड़ों से पता चलता है कि अमेरिका में कीमतें बीती मई के मुकाबले ज़्यादा तेजी से बढ़ीं, जो कि बीते अप्रैल महीने में आसानी से बढ़कर 8.6% हो गयी थी। ये बढ़ती ऊर्जा और खाद्य लागतों से प्रेरित है, इस तरह मुद्रास्फीति को इसने 1981 के बाद से उच्चतम दर पर धकेल दिया है।
फेडरल रिजर्व पिछले कुछ महीनों में मुद्रास्फीति से निपटने के लिये ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर रहा है। इसने क्रिप्टो और स्टॉक समेत जोखिम वाली संपत्तियों में बिकवाली शुरू कर दी। इस साल क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में गिरावट आयी है क्योंकि फेडरल रिजर्व ने मुद्रास्फीति से निपटने के लिये प्रोत्साहन और बढ़ी हुई दरों को वापस ले लिया।
बीते वीकेंड पर लगातार बिकवाली देखी गयी, क्योंकि BTC का कारोबार USD 27,000 के स्तर के पास था। विशेषज्ञों का सुझाव है कि क्रिप्टो मूल्य में गिरावट निवेशकों की गिरती जोखिम क्षमता की ओर इशारा करती है। निवेशक साफतौर पर जोखिम भरी संपत्तियों से सावधान हैं। सभी अनिश्चितताओं और अस्थिरताओं के साथ क्रिप्टो को निवेश के मकसद से सबसे अस्थिर साधनों में से एक माना जाता है।
कुछ विशेषज्ञों का सुझाव है कि बढ़ते खाद्य, गैस और ऊर्जा की कीमतें क्रिप्टो बाजार पर जबरदस्त दबाव डाल रही हैं क्योंकि बीते 24 घंटों में बिटकॉइन और ईथर को डबल डिजीट नुकसान हुआ। इसकी पीछे की अहम वज़ह साल उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (Consumer Price Index) में उच्चतम मुद्रास्फीति को माना जा रहा है। जो कि 1981 के बाद से सबसे दर्ज की गयी है। इसी वज़ह से दुनिया भर के वित्तीय बाजारों में तेज गिरावट देखी गयी है।