एजेंसियां/न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): Sudan Crisis: शुक्रवार देर रात (21 अप्रैल 2023) सूडान की राजधानी खार्तूम (Capital Khartoum) के कुछ हिस्सों में दो जनरलों की सेनाओं के बीच लड़ाई अलविदा जुम्मा की नमाज़ के साथ कुछ हद तक थम गयी। सूडानी सेना ने ऐलान किया कि वो नागरिकों को ईद-उल-फितर (Eid-ul-Fitr) मनाने और मदद के लिये शुरू हुई कवायद के मद्देनज़र तीन दिनों के लिये सीज़फायर के लेकर सहमत है। बता दे कि सूडान में सत्तारूढ़ परिषद ने भयानक शक्ति संघर्ष की जद्दोजहद शुरू कर दी है।
इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO- World Health Organization) ने बताया कि अब तक की लड़ाई में 413 लोग मारे गये हैं और 3,551 घायल हुए हैं आज (22 अप्रैल 2023) तड़के समाचार एजेंसी रॉयटर्स की ओर से जारी रिपोर्ट में कहा गया कि शुक्रवार देर रात खार्तूम में तोपों से गोलाबारी जारी रही लेकिन दिन में पहले के मुकाबले में ये काफी कम थी। संघर्ष को खत्म करने के अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों के लिये ये अपने आप में ताजातरीन झटका था। खार्तूम के घनी आबादी वाले जिलों में सैनिकों और अर्धसैनिक बलों ने भीषण सड़क लड़ाई लड़ी गयी, साथ ही चश्मदीदों ने सेना मुख्यालय के करीब बड़े धमाके होने की जानकारी दी।
सेना और अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्स (Paramilitary Rapid Support Force) ने अलग से कहा कि वो नागरिकों को ईद-उल-फितर मनाने देने के लिये तीन दिन के युद्धविराम पर सहमत हुए हैं। हालांकि शुक्रवार शाम को सेना ने आरएसएफ पर हवाईअड्डे और राष्ट्रपति भवन पर अंधाधुंध बमबारी कर युद्धविराम का उल्लंघन करने का आरोप लगाया।
दूसरी ओर संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएस), यूनाइटेड किंगडम (यूके), जापान और दक्षिण कोरिया समेत कई देशों ने ऐलान किया कि वो सूडान से अपने लोगों को हटाने की तैयारी कर रहे हैं। इसी मुद्दे पर अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा कि सूडान में अमेरिकी नागरिकों को अमेरिकी सरकार की ओर से बाहर निकालने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए, उन्हें सुरक्षित रहने के लिये अपनी व्यवस्था खुद करनी चाहिए। अमेरिकी विदेश विभाग ने ये भी कहा कि सूडान में एक अमेरिकी नागरिक की मौत हो गयी।
बता दे कि सेना प्रमुख अब्देल फतह अल-बुरहान (Abdel Fatah Al-Burhan) और उनके डिप्टी मोहम्मद हमदान डागलो के वफादार बलों के बीच संघर्ष की शुरुआत के बाद से अब तक कम से कम 413 लोग मारे गये हैं और 3,551 घायल हुए हैं। मोहम्मद हमदान डागलो (Mohammed Hamdan Daglo) आरएसएफ की कमान संभाल हुए हैं।
हालांकि मरने वालों की संख्या अधिक हो सकती है क्योंकि कई घायल अस्पताल नहीं पहुंच पा रहे हैं। जानकारों ने चेतावनी दी कि संघर्ष पूरे क्षेत्र के देशों को प्रभावित कर सकता है।
रेड क्रॉस (Red Cross) की अंतर्राष्ट्रीय समिति ने सूडान में तुरन्त और बेरोकटोक मदद पहुँचने के लिये अन्तर्राष्ट्रीय संस्था से आगे आने को कहा। खूनी संघर्ष की वज़ह से सूडान में खाने और पानी की बड़ी किल्लत हो गयी है। मामले को लेकर संयुक्त राष्ट्र के मानवतावादी कार्यालय ने कहा कि राजधानी खार्तूम समेत कई सूडानी लोगों के पास भोजन, पानी और बिजली की भरी कमी है।