न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): पैगंबर मुहम्मद साहब (Prophet Muhammad Sahab) के खिलाफ कथित रूप से विवादित टिप्पणी करने वाले भाजपा विधायक टी.राजा सिंह (BJP MLA T. Raja Singh) की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हैदराबाद में बीते बुधवार (24 अगस्त 2022) को भी विरोध प्रदर्शन जारी रहा। AIMIM सुप्रीमो और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने शहर में बिगड़ रहे हालातों के लिये सिंह को दोषी ठहराया और मांग की कि उन्हें तुरन्त गिरफ्तार किया जाये।
सिंह को इस हफ़्ते की शुरुआत में गिरफ्तार किया गया था, बाद में उन्हें तकनीकी आधार पर जमानत पर रिहा कर दिया गया। कोर्ट ने बचाव पक्ष की दलीलों को मंजूर कर लिया कि पुलिस ने गिरफ्तारी से पहले उन्हें नोटिस नहीं दिया था।
ओवैसी ने आज (25 अगस्त 2022) सुबह एक ट्वीट कर लिखा कि, “ये हालात राजा सिंह के अभद्र भाषा का सीधा नतीज़ा है। उन्हें जल्द से जल्द जेल भेजा जाना चाहिये। मैं भी शांति बनाये रखने की अपनी अपील दोहराता हूं। हैदराबाद (Hyderabad) हमारा घर है, यहां ऐसा नहीं होना चाहिए। साम्प्रदायिकता के झांसे में न आयें।”
उन्होंने आगे कहा कि एआईएमआईएम विधायक अहमद बिन अब्दुल्ला बलाला (Ahmed bin Abdullah Balala) और ग्रेटर हैदराबाद (Greater Hyderabad) नगर निगम के पार्टी पार्षद हालातों को संभालने करने के लिये पूरी रात भर काम करते रहे।
ओवैसी ने दावा किया कि उनके गुज़ारिश पर शाह अली बांदा और आशा टॉकीज (Shah Ali Banda and Asha Talkies) में विवादस्पद बयान का विरोध कर रहे 90 युवाओं को रिहा कर दिया गया।
सिंह ने अब हटाये गये सोशल मीडिया वीडियो में मुनव्वर फारूकी के खिलाफ बोलते हुए, पैगंबर के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की और जनसंख्या विस्फोट के लिये मुस्लिम समुदाय (Muslim community) को सीधे तौर पर दोषी ठहराया। पुलिस ने उन पर विवादित टिप्पणी के लिये मामला दर्ज किया और बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
बीजेपी ने विधायक को पार्टी से निलंबित कर दिया है और उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है। सिंह को विभाजनकारी बयान देने के लिए जाना जाता है। साल 2020 में उन्हें फेसबुक और इंस्टाग्राम से कुछ समय के लिये बैन कर दिया गया था। बीते हफ्ते उन्हें शहर में कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी (Comedian Munawwar Farooqui) के शो का विरोध करने पर हिरासत में लिया गया था।
ये कथित बयान भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा (BJP spokesperson Nupur Sharma) को इसी तरह की टिप्पणी के लिये पार्टी से निलंबित किए जाने के कुछ महीनों बाद सामने आया है, जिसकी वज़ह से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आक्रोश फैल गया। पार्टी ने उसके बाद की विवादित बयान से खुद को दूर कर लिया था और कहा था कि ये सरकार के नहीं बल्कि हाशिये पर रहने वाले तत्वों के विचार थे।