Taliban इस्लामाबाद के हाथों की कठपुतली, वक़्त रहते तालिबनियों से बात करने में नाकाम रही मोदी सरकार: असदुद्दीन ओवैसी

न्यूज डेस्क (मृत्युजंय झा): ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अफगानिस्तान में तालिबान (Taliban) के आने से पाकिस्तान को सबसे ज्यादा फायदा होगा क्योंकि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) आतंकवादी संगठन को नियंत्रित करती है।

एक कार्यक्रम में बोलते हुए ओवैसी ने कहा “अफगानिस्तान पर तालिबानी कब़्जा होने से पाकिस्तान को सबसे ज्यादा फायदा हुआ है। कई सुरक्षा जानकार के मुताबिक अलकायदा और दाएश (Al Qaeda and Daesh) अफगानिस्तान के कुछ इलाकों में पहुंचने लगे हैं। जैश-ए-मुहम्मद, जो संसद पर हमले को जिम्मेदार रहा है उसकी मौजूदगी अफगानिस्तान के हेलमंद प्रांत में देखी जा रही है।

उन्होनें आगे कहा कि, मैं हर किसी को याद दिलाना चाहता हूँ कि तालिबान आईएसआई के इशारे पर नाच रहा है। उसे कठपुतली के तौर पर इस्लामाबाद (Islamabad) इस्तेमाल कर रहा है। अफगानी सरजमीं पर तालिबानियों के आने से चीन को भी फायदा होगा।

केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा कि- "एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में नौ में से एक महिला पांच साल की उम्र से पहले ही मर जाती है। यहां महिलाओं के खिलाफ अत्याचार (Atrocities Against Women) और अपराध रोजाना हो रहे हैं लेकिन वे (केंद्र सरकार) चिंतित हैं कि अफगानिस्तान में महिलाओं के साथ क्या हो रहा है। वो सब यहाँ भी हो रहा है?"

इससे पहले बीते सोमवार को एआईएमआईएम सुप्रीमो (AIMIM supremo) ने कहा था कि अफगानिस्तान पर तालिबानी कब़्जा पूरा होने से पहले ही भारत को तालिबान के साथ बातचीत शुरू करनी चाहिए थी। अब जबकि अफगानिस्तान तालिबान के पूर्ण नियंत्रण में है, हमारे पास उनके साथ बातचीत का कोई रास्ता नहीं बचा। सभी अंतर्राष्ट्रीय और सुरक्षा विशेषज्ञों (International and security experts) सलाह दी थी कि, तालिबान से बातचीत होनी चाहिए लेकिन पिछले सात सालों से केंद्र सरकार ये करने में नाकाम रही।

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