एजेंसियां/न्यूज डेस्क (आशीष सोनकर): तालिबान (Taliban) खुलेआम ने बगलान के अंदराब जिले (Andrab district of Baglan) में एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी और फिर उसकी लाश को जिले के बाजार में खुलेआम दिखाया गया। स्थानीय मीडिया के मुताबिक पहले लाश को जिले की राजधानी में लाया और फिर उसे खुलेआम दिखाया गया। मामले पर बीते गुरूवार (21 जुलाई 2022) को तालिबान ने इस पर बयान जारी किया।
सूत्रों के मुताबिक तालिबान ने कासा तराश इलाके (Casa Tarash Area) में अंदराब के एक निवासी को पहले उसके घर से बाहर आने के लिये मजबूर किया और फिर 20 जुलाई को उसे मार डाला। स्थानीय निवासियों ने कहा कि जिला भवन के सामने जमा हुए लोगों को तितर-बितर करने के लिये तालिबान ने वहां लगातार कई राउंड हवाई फायर भी किये।
बता दे कि ये वारदात तालिबान की मनमानी हत्याओं के संबंध में UNAMA की रिपोर्ट प्रकाशित होने के एक दिन बाद हुई। UNAMA ने बताया कि तालिबान अपने माफी फरमान के लिये ज़वाबदेह नहीं है और पिछले 10 महीनों के दौरान उसने दसियों पूर्व सुरक्षा बलों और कर्मचारियों को मार डाला।
जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र मिशन ने कहा कि अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन (यूएनएएमए) की ताज़ातरीन रिपोर्ट में तालिबान द्वारा मानव अधिकारों के उल्लंघन के परेशान करने वाले पैटर्न का खुलासा किया गया है।
अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र मिशन ने बीते गुरूवार (21 जुलाई 2022) को एक रिपोर्ट जारी की जिसमें तालिबान के कब़्जे के बाद से 10 महीनों में अफगानिस्तान (Afghanistan) में मौजूद मानवाधिकारों के हालातों पर रौशनी डाली गयी है। मिशन ने कहा कि रिपोर्ट में तालिबान के मानवाधिकारों के उल्लंघन के पहलुओं को अच्छे से खंगाला गया है, लेकिन इस रिपोर्ट में मानवाधिकार उल्लंघनों और दुर्व्यवहारों की संख्या और पिछले साल अगस्त से मानवाधिकार के हालातों के बिगड़ने की गुंजाइश को पूरी तरह से नहीं दर्शाया गया है।
संयुक्त राष्ट्र मिशन (United Nations Mission) ने कहा कि ये रिपोर्ट के लिये इस्तेमाल की जाने वाली कार्यप्रणाली और उन जगहों तक पहुंच की कमी के लिये जिम्मेदार ठहराया जा सकता है जहां पंजशीर (Panjshir) समेत परवन, कपिसा, बगलान, उधर, कंधार, सरिपुल, नंगरहार और समांगन (Nangarhar and Samangan) प्रांतों में तालिबान यातना, दुर्व्यवहार, गैरकानूनी हत्यायें, मनमानी गिरफ्तारी और ज़बरन हिरासत जैसी कार्रवाईयों को अंज़ांम दे रहा है। जिसकी वज़ह से इन इलाकों में ज़बरदस्त विस्थापन देखा जा रहा है।
बता दे कि अफगानिस्तान में मानवाधिकारों के उल्लंघन और संरक्षण की निगरानी और दस्तावेजीकरण में UNAMA की अहम भूमिका है। संयुक्त राष्ट्र मिशन ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC- United Nations Security Council) और अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC- International Criminal Court) की भी अफगानिस्तान के अंतर्राष्ट्रीय दायित्वों के अनुरूप मानवाधिकारों के उल्लंघन को रोकने और जवाबदेही सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका है।