एजेंसियां/न्यूज डेस्क (मातंगी निगम): Taliban Regime: तालिबान के पहले उप प्रधान मंत्री मुल्ला अब्दुल गनी बरादर (Deputy Prime Minister Mullah Abdul Ghani Baradar) ने बीते शुक्रवार (7 जनवरी 2022) को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय (International Community) से कड़ाके की ठंड और भारी बर्फ के बीच अफगानों की मदद करने की गुज़ारिश की है।
टोलो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, बरादर ने अफगानिस्तान के रेडियो-टेलीविजन (आरटीए) की मदद एक संदेश ब्राडकास्ट किया और दावा किया कि कड़कड़ाके की सर्दी से अफगानिस्तान के हालात बेहद गंभीर हो गये है। देश भर के नागरिकों को कैश, सिर पर छत और खाने की जरूरत है।
उन्होंने आगे कहा कि, एक तरफ दमनकारी प्रतिबंध हैं, और दूसरी तरफ अफगानिस्तान में नागरिकों के लिये रोजगार के अवसरों की सुविधा के लिये बीते 20 सालों से कोई बुनियादी ढांचा नहीं है। मौजूदा हालातों में अफगानों को दुनिया से तुरन्त मानवीय मदद की दरकार है। बता दे कि अफगानिस्तान में भारी बारिश की वज़ह से हिमस्खलन और बाढ़ (Avalanches And Floods) के कारण कई इलाकों को भारी नुकसान पहुंचा है।
अफगानी लोक निर्माण मंत्रालय के अधिकारी हाफिज मोहम्मद याकूब (Hafiz Mohammad Yacob) ने कहा कि, भारी बारिश के वज़ह से कुछ प्रांतों में लोगों को वित्तीय नुकसान हुआ। पुल टूट गये लेकिन उन्हें तुरन्त मदद मुहैया करवायी गयी। राजनीतिक विश्लेषक अब्दुल नसीर रिश्तिया (Political analyst Abdul Naseer Rishtia) ने इस मामले पर कहा कि, “अगर विदेशी मुल्क इस्लामिक अमीरात (Islamic Emirate) पर अपनी शर्तों पर कायम रहते हैं और अफगानिस्तान को सहायता देना बंद कर देते हैं तो हम जल्द ही एक बड़ी मानवीय तबाही देखेंगे।”
गौरतलब है कि अफगानिस्तान में कड़ाके की ठंड के बीच मानवीय संगठनों ने बार-बार गंभीर संकट की चेतावनी दी है। संयुक्त राष्ट्र (United Nations) ने पहले कहा था कि उसने अफगान संकट से निपटने के लिये 1.5 अरब डॉलर जुटाये हैं।