एजेंसियां/न्यूज डेस्क (श्री हर्षिणी सिंधू): तालिबान (Taliban) के मुताबिक है कि उसके सैकड़ों लड़ाके पंजशीर घाटी की ओर बढ़ रहे हैं। पंजशीर घाटी नॉर्दन एलायंस (Northern Alliance) समेत उन लोगों को गढ़ बनता जा रहा है, जहां तालिबानी विरोधी ताकतें लगातार इकट्ठी हो रही है। फिलहाल ये इलाका तालिबानी प्रतिरोध का केंद्र बना हुआ है। रूसी समाचार एजेंसी स्पूतनिक के मुताबिक सैकड़ों तालिबानी मुजाहिदीन इस इलाके में अपना नियंत्रण बनाने के लिये अमेरिकी हथियारों के साथ पंजशीर घाटी (Panjshir Valley) में पहुँचने लगे है। माना जा रहा है कि यहां पर गृहयुद्ध के हालात पुख़्ता तौर पर बनेगें।
तालिबान ने महीने भर के लंबे हमले के बाद पिछले हफ्ते ही काबुल में अपनी पैठ बनायी। जिससे नागरिक सरकार गिर गयी। अशरफ गनी सरकार के पतन के बाद पंजशीर अहमद मसूद और गनी के कैबिनेट के पहले उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह (Afghan Vice President Amrullah Saleh) की अगुवाई में प्रतिरोध का केंद्र बना हुआ है। रूसी समाचार एजेंसी के मुताबिक तालिबान के सदस्य अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के उत्तरपूर्वी पंजशीर प्रांत पर हमला करने के फरमान का इंतजार कर रहे हैं।
इससे पहले रविवार को तालिबान ने अफगानिस्तान के राष्ट्रीय प्रतिरोध मोर्चा के नेता अहमद मसूद को आत्मसमर्पण करने की पेशकश की थी। इस बीच मसूद ने कहा कि वे आत्मसमर्पण नहीं करेंगे और उन्होनें स्थानीय लोग लड़ाई की तैयारी करने को कहा। मसूद ने ये भी कहा कि वो और उनके समर्थक शांतिपूर्ण समाधान चाहते हैं और तालिबान के साथ समावेशी बातचीत करने के लिए तैयार हैं, लेकिन तालिबान ने इस प्रस्ताव को नकार दिया।
अहमद मसूद (Ahmed Masood) ने अल अरबिया को बताया, अगर तालिबान पंजशीर घाटी पर कब्जा करने की कोशिश करता है तो इससे निपटने के लिये हमारे समर्थक लड़ाके तैयार है। बता दे कि अहमद शाह मसूद के बेटे जो 1980 के दशक में अफगानिस्तान के सोवियत विरोधी प्रतिरोध के मुख्य नेताओं में से एक थे। अहमद शाह ने हाल ही में मीडिया के सामने दावा किया कि वो संघर्ष को खत्म करना चाहते हैं।